जबलपुर। रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय प्रशासन की बड़ी लापरवाही उजागर होने के बाद अब आनन- फानन में रिटायरमेंट के लिए नोटशीट तैयार की जा रही है. सबसे पहले ह्यूमन रिसोर्स डेवलपमेंट सेंटर (HRDC) का मामला सामने आया था. यहां की डिप्टी डायरेक्टर डॉ. राजेश्वरी राणा को अगस्त में सेवानिवृत्त हो जाना था, लेकिन विश्वविद्यालय के स्थापना विभाग को नवंबर में उनके रिटायरमेंट की याद आई. हालांकि, इस केस में कुछ भ्रम की स्थिति बनी थी, जिसका निराकरण अभी नहीं हुआ है.
4 माह बाद तक रिटायर्ड नहीं : सैनिटरी इंस्पेक्टर राजेश्वरी राणा की सेवानिवृत्ति 30 जुलाई 2022 को होनी थी, लेकिन 4 महीने बीतने के बाद भी स्थापना विभाग के जिम्मेदार अधिकारी उन्हें सेवानिवृत्त नहीं कर पाए. इतना ही नहीं, उक्त सैनिटरी इंस्पेक्टर की सेवाएं अभी तक ली जा रही हैं और हर महीने वेतन का भुगतान भी किया जा रहा है. सेवानिवृत्ति के करीब 6 महीने पहले जो नोटिस भेजा जाता है, वह भी उन्हें नहीं भेजा गया.
कर्मचारी को नोटिस जारी : वहीं, रजिस्ट्रार ब्रजेश सिंह का कहना है कि एक कर्मचारी के मामले में जब जांच की गई तो इसमें लापरवाही सामने आई है. इससे पहले वरिष्ठता सूची में कर्मी का नाम नहीं था. संबंधित विभाग के कर्मचारी को नोटिस जारी किया गया है. इसमें जांच के बाद कार्रवाई भी की जाएगी.