जबलपुर। जबलपुर-भोपाल हाइवे बीते दो दिन से मटर के किसानों की मंडी बना हुआ है. किसानों ने भेड़ाघाट के पास सहजपुर में 5 किलोमीटर इलाके में सड़क के दोनों तरफ मटर की गाड़ियां खड़ी कर दीं और सड़क पर जाम लगा दिया. यहां तक कि एंबुलेंस को भी गुजरने में समस्या हुई. जब यह समस्या बढ़ी तो प्रशासन के अफसर मौके पर पहुंचे. काफी समझाया. इसके बाद सोमवार देर रात करीब 500 ट्रक माल किसान वापस अपने घर ले गए. दरअसल, हरी मटर की भेड़ाघाट और शाहपुरा के बीच में कोई मंडी नहीं है. स्थानीय व्यापारी एक खेत में अस्थाई मंडी बनाते हैं, जो केवल मटर के सीजन में चालू रहती है. Farmers hungama Jabalpur
हाइवे पर खड़े किए ट्रैक्टर : बीते दिनों बारिश हो जाने की वजह से इस खेत में पानी भर गया और किसानों के सामने मंडी की समस्या खड़ी हो गई. लिहाजा किसानों ने खेत के ठीक सामने से गुजर रहे जबलपुर-भोपाल नेशनल हाईवे पर अपने ट्रक और ट्रैक्टर खड़े करने शुरू कर दिए. थोड़ी ही देर में यह हाईवे पूरी तरह से जाम हो गया. दोनों तरफ केवल मटर के ट्रक और ट्रैक्टर खड़े थे. किसानों में इस बात का गुस्सा था कि उनके लिए सरकार एक मंडी तक नहीं बन पा रही. इसके बाद जब मटर की बोली शुरू हुई तो बंपर आवक की वजह से और काम व्यापारियों की मौजूदगी के चलते बहुत कम दाम पर मटर की बोली शुरू हुई. व्यापारियों का कहना था कि बाजार में जो मटर आ रहा है, उसकी क्वालिटी अच्छी नहीं है. Farmers hungama Jabalpur
व्यापारियों से धक्का-मुक्की : जैसे ही किसानों के बीच मटर के कम दाम मिलने की बात चर्चा में आई तो उन्होंने व्यापारियों पर हमला बोल दिया. कुछ व्यापारियों को इस धक्का-मुक्की में चोट भी आईं. कुछ व्यापारियों की गाड़ियां टूट गईं. इसके बाद व्यापारियों ने माल खरीदने से मना कर दिया. इसका असर जबलपुर कृषि उपज मंडी में भी देखने को मिला और यहां पर भी व्यापारियों ने किसानों का माल नहीं खरीदा. इसके चलते जबलपुर विजयनगर कृषि मंडी में भी हंगामा की स्थिति बन गई. दोनों जगह पुलिस को मोर्चा संभालना पड़ा. सहजपुर में सीएसपी सुनील नेमा ने माइक के जरिए किसानों को आश्वासन दिया और यातायात शुरू करने में मदद मांगी. पुलिस के समझाने के बाद किसानों ने रास्ता खाली किया. Farmers hungama Jabalpur
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मटर का प्रोसेसिंग प्लांट क्यों नहीं : सहजपुर के किसान धर्मचंद पटेल का कहना है कि नेता मटर के प्रोसेसिंग प्लांट बनाने की बात कह रहे हैं जबकि जरूरत हमारे लिए एक मंडी की है, जिसमें मटर आए सुविधाजनक ढंग से उसे बेचा जा सके. बड़े पैमाने पर जबलपुर में मटर का उत्पादन हो रहा है. उसका रखना संभव नहीं है लेकिन यदि सही ढंग से मंडी की व्यवस्था कर दी जाए तो देश के दूसरे इलाकों में बेचा जा सकता है. मटर की खरीद बिक्री पर सरकार को टैक्स मिलता है वहीं इस कारोबार की वजह से लाखों लोगों को रोजगार मिला हुआ है. इसके बावजूद मटर के किसानों को ना ढंग की मंडी उपलब्ध हो पा रही है और ना ही इनकी खरीद बिक्री की सही व्यवस्था बन पा रही है और मटर के किसान परेशान हैं. Farmers hungama Jabalpur