ग्वालियर। ग्वालियर शहर की थाटीपुर और क्राइम ब्रांच पुलिस ने ऑनलाइन आईडी बनाने के नाम पर फर्जीवाड़ा करने वाले 5 लोगों को गिरफ्तार किया है. इनमें दो लोग गाजियाबाद के हैं, दो लोग स्थानीय और एक महिला मंडला की रहने वाली बताई गई है. सीएससी यानी कॉमन सर्विस सेंटर के जरिए यह देश के विभिन्न राज्यों में अभी तक सैकड़ों से ज्यादा लोगों को अपनी ठगी का शिकार बना चुके हैं.
कैसे किया फर्जीवाड़ा: यह ठग लोगों के मोबाइल पर फोन करके उन्हें उनकी आईडी बनाने का झांसा देते थे. जो विभिन्न सरकारी उपक्रमों जैसे ऑनलाइन नौकरी के आवेदन करने, आधार कार्ड बनवाने अथवा अन्य रिचार्ज होने वाले कार्यों में इस्तेमाल होती है, उसे बनाते हैं. बहोड़ापुर इलाके में रहने वाले मनोज कुशवाह को उसके मोबाइल पर इन ठगों ने फोन किया था. उसकी आईडी बनाने का झांसा दिया था. पहले उन्होंने रजिस्ट्रेशन के नाम पर साढे़ तीन हजार रुपए जमा कराए. फिर प्रोसेसिंग शुल्क और ट्रेनिंग के नाम पर करीब 51,000 रुपए जमा करा लिए, लेकिन यह लोग मनोज कुशवाह की आईडी नहीं बना पाए. तब उसे कुछ शक हुआ और उसने थाटीपुर थाने में शिकायत दर्ज की. पुलिस जब इन ठगों के ठिकाने पर पहुंची तो वहां मौजूद लोगों ने बताया कि वह कोडेक्स नामक कंपनी से जुड़े हुए हैं, जो कॉमन सर्विस सेंटर याने सीएससी के आईडी कार्ड बनाते हैं. जिस तरह से एमपी ऑनलाइन लोगों के विभिन्न सरकारी दस्तावेजों को रजिस्टर्ड करती है. ठीक उसी की तर्ज पर कोडेक्स कंपनी द्वारा इस तरह के आईडी बनाने की पुलिस को जानकारी मिली.
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आरोपियों की संख्या में हो सकता है इजाफा: पता करने पर मालूम हुआ कि सरकार के किसी भी उपक्रम से कोडेक्स कंपनी जुड़ी हुई नहीं है. यह लोग विशुद्ध रूप से ठगी कर रहे हैं. उन्होंने अब तक ओडिशा, राजस्थान उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों में दो सौ से ज्यादा लोगों को लाखों रुपए का चूना लगाया है. पुलिस की एक टीम गाजियाबाद भी भेजी गई है. कंपनी का मुख्यालय भी वहीं बताया गया है. पुलिस का कहना है कि आने वाले दिनों में इसमें आरोपियों की संख्या बढ़ सकती है.