जबलपुर। संस्कारधानी जबलपुर में लॉकडाउन के दिन बीजेपी कार्यकर्ताओं द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का पुतला दहन करने का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है. वहीं जब कांग्रेस नेता और कार्यकर्ताओं ने पुतला दहन को रोका तो उल्टे पुलिस ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर मामला दर्ज कर लिया. राज्य सरकार के दबाव में आकर जिला प्रशासन ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है जो कांग्रेसियों को नागवार गुजर रही है. इस मामले में पूर्व मंत्री लखन घनघोरिया, स्थानीय विधायक विनय सक्सेना सहित कांग्रेस पार्षद दल ने जबलपुर एसपी से मुलाकात कर उनसे मांग की है कि जिस तरह से पुलिस ने कार्रवाई करते हुए कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर एफआईआर दर्ज की है वह पूर्णता गलत है. उन्होंने इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है.
कांग्रेस नेता लखन घनघोरिया ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान शासन द्वारा भाजपाइयों को धरना प्रदर्शन और पुतला फूंकने की जो अनुमति दी गई थी वह पूर्णता गलत थी. इस अनुमति से साफ जाहिर होता है कि जिला प्रशासन भाजपा सरकार के दबाव में आकर काम कर रहा है. पूर्व मंत्री ने यह भी कहा कि रविवार के दिन जिला प्रशासन ने एक साथ दो-दो गलतियां की. पहली गलती यह थी कि रविवार को जब पूर्णता लॉकडाउन था तब भाजपा के कार्यकर्ताओं को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का पुतला फूंकने और धरना प्रदर्शन करने की अनुमति क्यों दी गई.
लखन घनघोरिया ने बताया कि जिला प्रशासन ने दूसरी गलती यह कि जब कांग्रेसियों ने लॉकडाउन के उल्लंघन का हवाला देते हुए भाजपाइयों को रोका तो पुलिस ने उल्टा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर एफआईआर दर्ज कर ली. जिसे लेकर पूर्व मंत्री सहित कांग्रेसियों ने एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा से मुलाकात कर उनसे मांग की है कि पूरे घटनाक्रम की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और इसमें जो भी दोषी पाया जाता है उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए.
पूर्व मंत्री ने दी उग्र आंदोलन की चेतावनी
पूर्व मंत्री लखन घनघोरिया ने कहा कि यदि पुलिस ने इस मामले में किसी भी प्रकार की लीपापोती की तो कांग्रेस आने वाले समय में इसका उग्र आंदोलन करेगी.