इंदौर। सोशल मीडिया के क्रेज में आज नाबालिग युवक और युवतियां काफी जकड़ गए हैं. वह बिना परिजनों की राय लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं. ऐसा ही एक मामला इंदौर के चंदन नगर थाना क्षेत्र में सामने आया. जहां दो नाबालिग बच्चे परिजनों को बिना बताए इंदौर से मुंबई पहुंच गए. जब वहां से वापस आने का कोई रास्ते नजर नहीं आए तो वहां पर मौजूद एक युवक से अपने घर पर फोन लगाकर पूरे मामले की जानकारी दी.
बिना बताए गायब हुए बच्चों की शिकायत परिजनों ने संबंधित थाने चंदननगर पर भी की. वहीं चंदननगर पुलिस ने नाबालिग बच्चों से संबंधित मामला होने के कारण गुमशुदगी की धाराओं में प्रकरण दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी. लेकिन पूरे ही मामले में बच्चों के मिल जाने के बाद परिजनों के साथ पुलिस ने राहत की सांस ली. बता दें पूरी घटना इंदौर के चंदन नगर थाना क्षेत्र के ग्रीन पार्क कॉलोनी की है. ग्रीन पार्क कॉलोनी में रहने वाले दो नाबालिग बच्चे अपने परिजनों को बिना बताए इंदौर से मुंबई पहुंच गए. परिजनों को बच्चे काफी देर तक घर पर नजर नहीं आए तो उन्होंने पूरे मामले की शिकायत चंदननगर पुलिस से की. नाबालिग बच्चों से संबंधित मामला होने के कारण चंदननगर पुलिस ने पूरे मामले में गुमशुदगी व अपहरण की आशंका के चलते प्रकरण दर्ज कर लिया.
इसी दौरान परिजन लगातार बच्चों की तलाश में भी जुटे हुए थे. इसी दौरान बच्चे ने फोन कर अपने अजमेर में होने की जानकारी परिजनों को दी और थोड़ी देर बाद फोन काट दिया. इसके बाद परिजनों ने उस नंबर पर दोबारा कॉल किया तो वह नंबर मुंबई का निकला. जिसके बाद उस व्यक्ति ने बच्चों को इंदौर की बस में बैठाया.
टिक टॉक पर वीडियो बनाने की ललक लेकर पहुंचे मुंबई
वहीं मुंबई से जब बच्चे परिजनों के पास पहुंचे और परिजनों ने उन से मुंबई जाने के कारण पूछा तो बच्चों का कहना था कि टिक टॉक पर हाजी अली व गेटवे आफ इंडिया का वीडियो बनाना था. उसी वीडियो को बनाने के लिए वह इंदौर से बिना बताए मुंबई पहुंचे थे.