इंदौर। MDM ड्रग्स के मामले में पुलिस ने एक के बाद एक खई आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इस पूरे मामले में अभी तक 33 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं इस पूरे मामले में अनवर लाला नाम के आरोपी को भी गिरफ्तार किया गया है. अनवर लाला इस गिरोह का मास्टरमाइंड है. अनवर ने ही अन्य आरोपियों को अपने साथ मिलाकर ड्रग तस्करी का एक रैकेट तैयार किया था. इस गिरोह में अनवर लाला के साथ एक किन्नर और मेहजबीन भी जुड़ी हुई थी. इस पूरे मामले में फिलहाल पकड़े गए चारों आरोपियों से पुलिस पूछताछ में जुटी हुई है.
हाईप्रोफाइल लोगों से हैं आरोपियों के संबंध
इंदौर पुलिस ने MDM ड्रग के मामले में 4 आरोपियों को मुंबई से गिरफ्तार किया है. पूछताछ में पुलिस को कई अहम जानकारियां मिली है. पुलिस का दावा है कि आरोपियों की निशानदेही पर जल्द अन्य लोगों की भी गिरफ्तारी होगी. इस मामले में गिरफ्तार किए गए अनवर लाला और मेहजबीन के हाईप्रोफाइल लोगों से संबंध है. बताया जा रहा है कि अनवर लाला ने किन्नर और मेहजबीन की दोस्ती करवाई थी. इसके बाद किन्नर कई रेव पार्टी भी आयोजित कर चुकी, जहां ड्रग्स सप्लाई की गई थी.
NCB के लिए मुखबिरी भी करता था आरोपी
बता दे इंदौर क्राइम ब्रांच है जिस अनवर लाला को गिरफ्तार किया है, वह खुद NCB के अधिकारियों से जुड़ा हुआ है. अनवर लाला NCB अधिकारियों को ड्रग्स तस्करी की सूचना भी देता था. इसी के चलते अनवर लाला आज तक NCB की गिरफ्त में नहीं आ सका था. यह जानकारी सामने आने के बाद पुलिस ने अनवर से सख्ती से पूछताछ शुरू कर दी है.
MDM Drug Case: विदेशों में भी ड्रग सप्लाई करती थी महिला, D-Company से भी हो सकता है कनेक्शन
मरकज में हुई थी मेहजबीन-किन्नर की मुलाकात
बताया जाता है कि अनवर लाला ने किन्नर और मेहजबीन की मुलाकात दिल्ली में स्थित निजामुद्दीन मरकज में करवाई थी. मरकज से शुरू हुई इनकी दोस्ती साथ में ड्रग्स का कारोबार करते-करते और गहरी हो गई. इसके बाद दोनों ने संयुक्त रूप से ड्रग्स का कारोबार शुरू कर दिया.
बांग्लादेश की सिम चला रही थी मेहजबीन
जिस महिला मेहजबीन को इंदौर क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है, उसके बारे में पुलिस को कई अहम जानकारियां मिली है. बताया जा रहा है कि मेहजबीन पर दुबई और अरब के कई देशों में आना जाना लगा रहता था. इसी के चलते पुलिस को उसका डी कंपनी से कनेक्शन होने का भी शक है. पुलिस को एक और अहम जानकारी मिली है कि मेहजबीन बातचीत के लिए बांग्लादेश की सिम का प्रयोग करती थी.
अब तक 33 आरोपियों की गिरफ्तारी
पुलिस की जांच में अब तक कई अहम जानकारियां सामने आई है. इन जानकारियों से यह तो तय हो गया है कि इस गिरोह के तार इंटरनेशनल स्तर से जुड़े हुए हैं. इस पूरे रैकेट का खुलासा तब हुआ था, जब इंदौर क्राइम ब्रांच ने हैदराबाद के आरोपी वेद प्रकाश को गिरफ्तार किया था. इसके बाद शुरू हुआ गिरफ्तारी का सिलसिला 33 पर पहुंच चुका है. इस मामले में अभी भी पुलिस को कई ऐसे आरोपियों की तलाश है जो फरार चल रहे हैं.