इंदौर। देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के आधा दर्जन संस्थानों में सोलर पैनल लगाए जा रहे हैं. खंडवा रोड स्थित तक्षशिला परिसर में आईएमएस स्कूल ऑफ कॉमर्स कंप्यूटर, इकोनॉमिक्स जर्नलिज्म और आईआईटी विभाग की छतों पर 670 किलोवाट की क्षमता के सोलर पैनल लगाए जा रहे हैं. सोलर पैनल रिन्यूएबल एनर्जी सर्विस कंपनी रेस्को मॉडल पर काम करेंगे. नैक की टीम आने से पहले विश्वविद्यालय प्रशासन ने एजेंसी को सोलर पैनल लगाने का काम पूरा करने को कहा है.
ऊर्जा विकास निगम के जरिए विश्वविद्यालय में सोलर पैनल लगाए जा रहे हैं. दो महीने पहले विश्वविद्यालय में सोलर पैनल लगाने को लेकर सर्वे किया गया था. पैनल का पूरा खर्च निगम उठाने जा रहा है. वहीं सितंबर में सोलर पैनल विभागों में पहुंच चुके थे और अब इंस्टाल करने का काम किया जा रहा है. विश्वविद्यालय में नवंबर के अंतिम सप्ताह में नैक टीम दौर करने पहुंचने वाली है. उससे पहले विभागों में सोलर पैनल फिटिंग करने के दिशा निर्देश एजेंसी को दिया गया हैं.
देवी आहिल्या में लगाए जा रहे सोलर पैनल के लिए विश्वविद्यालय को स्थापना पर होने वाला खर्च वहन नहीं करना पड़ेगा. सोलर पैनल से उत्पन्न होने वाली बिजली भी कम दाम में उपलब्ध हो जाएगी. वहीं बिजली का तार पर खर्च का बोझ कम करने को लेकर देवी अहिल्या विश्वविद्यालय ने तैयारी शुरू कर दी है. विद्यालय में 670 किलो वाट अलग-अलग भागों में लगाए जा रहे हैं. अभी 4 विभागों में एजेंसी में काम करने में जुटी है. अधिकारियों की मानें तो साल भर में विश्वविद्यालय के कॉमेडी परिसर हॉस्टल स्टाफ क्वॉर्टर में बिजली पर करीब 35 लाख रुपए खर्च होते हैं पैनल लगाने के बाद यह राशि 30 फीसदी तक कम हो जाएगी.