इंदौर। स्वच्छता सर्वेक्षण में लगातार तीसरी बार नंबर वन आने वाले इंदौर शहर में जल्द ही ड्रेनेज चेंबरों की सफाई रोबोट करते नजर आएंगे, इसके लिए बीपीसीएल नामक कंपनी ने इंदौर नगर निगम को 10 रोबोटिक मशीनें देने की पेशकश की है.
इससे पहले सफाई के लिए ड्रेनेज चेंबर में उतरने वाले सफाई कर्मियों को जहरीली गैस का सामना करना पड़ता था. इंदौर नगर निगम ड्रेनेज चेंबरों की सफाई मानव रहित करने की कोशिशों में है. इसके लिए पहले से ही प्रेशर मशीनों के जरिए नगर निगम प्रशासन ने भूमिगत ड्रेनेज लाइनों की सफाई की व्यवस्था कर रखी है. हालांकि कई बार ऐसी स्थिति बनती है कि, इन मशीनों से भी लगातार कोशिशों के बावजूद ड्रेनेज लाइने साफ नहीं हो पातीं, ऐसी स्थिति में कई बार सफाई कर्मियों को भूमिगत ड्रेनेज के चेंबरों में उतारना पड़ता है.
अब रोबोट करेंगे ड्रेनेज चेंबर की सफाई, जहरीली गैस से सफाई कर्मियों को मिलेगी राहत - ड्रेनेज चेंबरों की सफाई रोबोट करेंगे
इंदौर नगर- निगम ड्रेनेज चेंबरों की सफाई के लिए अब रोबोट की मदद लेगा. बीपीसीएल नामक कंपनी ने इंदौर नगर निगम को 10 रोबोटिक मशीनें देने की पेशकश की है.
इंदौर। स्वच्छता सर्वेक्षण में लगातार तीसरी बार नंबर वन आने वाले इंदौर शहर में जल्द ही ड्रेनेज चेंबरों की सफाई रोबोट करते नजर आएंगे, इसके लिए बीपीसीएल नामक कंपनी ने इंदौर नगर निगम को 10 रोबोटिक मशीनें देने की पेशकश की है.
इससे पहले सफाई के लिए ड्रेनेज चेंबर में उतरने वाले सफाई कर्मियों को जहरीली गैस का सामना करना पड़ता था. इंदौर नगर निगम ड्रेनेज चेंबरों की सफाई मानव रहित करने की कोशिशों में है. इसके लिए पहले से ही प्रेशर मशीनों के जरिए नगर निगम प्रशासन ने भूमिगत ड्रेनेज लाइनों की सफाई की व्यवस्था कर रखी है. हालांकि कई बार ऐसी स्थिति बनती है कि, इन मशीनों से भी लगातार कोशिशों के बावजूद ड्रेनेज लाइने साफ नहीं हो पातीं, ऐसी स्थिति में कई बार सफाई कर्मियों को भूमिगत ड्रेनेज के चेंबरों में उतारना पड़ता है.
दरअसल बीपीसीएल नामक कंपनी ने इंदौर नगर निगम को 10 रोबोटिक मशीनें देने की पेशकश की है नतीजतन सफाई के लिए ड्रेनेज चेंबर में उतरने वाले सफाई कर्मियों को जहरीली गैस के खतरे से मुक्ति मिल सकेगी, दरअसल इंदौर नगर निगम ड्रेनेज नंबरों की सफाई मानव रहित करने की कोशिशों में है इसके लिए पहले से ही सकर और प्रेशर मशीनों के जरिए नगर निगम प्रशासन ने भूमिगत ड्रेनेज लाइनों की सफाई की व्यवस्था कर रखी है हालांकि कई बार ऐसी स्थिति बनती है कि इन मशीनों से भी लगातार कोशिशों के बावजूद ड्रेनेज लाइने साफ नहीं हो पाती, ऐसी स्थिति में कई बार सफाई कर्मियों को भूमिगत ड्रेनेज के चेंबर ओं में उतारना पड़ता है बीते वर्ष भी ड्रेनेज चेंबर की सफाई करने उतरे दो सफाई कर्मियों की जहरीली गैस के कारण मौत हो गई थी इसके अलावा पूर्व में भी एक अन्य कर्मचारी की देने चेंबर में ही मौत हो चुकी है यही वजह है कि इंदौर नगर निगम जल्द ही रोबोटिक मशीन को इस काम में लगाएगा इसके लिए बेंगलुरु की बीपीसीएल कंपनी से 10 रोबोटिक मशीनें मिलने वाली है यही रोबोटिक मशीनें शहर में चौक हो रही ड्रेनेज लाइन को साफ करेंगी, इंदौर नगर निगम और बीपीसीएल की शर्तों के अनुसार मात्र 10 वीं सदी राशि संबंधित कंपनी को चुकानी है जिसके बदले में इंदौर नगर निगम को 10 रोबोटिक मशीनें मिल जाएंगी, गौरतलब है इंदौर के अलावा मुंबई कानपुर आदि शहरों में भी ड्रेनेज चेंबर ओं में उतरने वाले कई सफाई कर्मियों की पहले भी मौत हो चुकी है ऐसे में इंदौर में रोबोटिक मशीनों से ड्रेनेज चेंबर सफाई का यह मॉडल सफल हुआ तो देश के अन्य शहरों में भी ड्रेनेज चेंबर ओं की सफाई रोबोट ही करते नजर आएंगेConclusion: बाइट आशीष सिंह आयुक्त नगर निगम इंदौर