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शहर में ऐतिहासिक इमारतों का रिक्रिएशन, जल्द ही पुराने स्वरूप में दिखेगा राजवाड़ा - indore news

शहर के हृदय स्थल राजवाड़े के रीक्रिएशन का काम चल रहा है, जिसको लेकर नगर निगम कमिश्नर प्रतिभा पाल ने राजवाड़े का दौरा किया. निगम कमिश्नर पाल ने बताया कि पिछले लंबे समय से शहर के हृदय स्थल राजवाड़े में रीक्रिएशन का काम कोरोना वायरस के चलते रुका हुआ था, निगम की प्लानिंग है कि राजवाड़े का काम 30 सितंबर से 15 अक्टूबर तक पूरा किया जा सके.

recreation of historical buildings
ऐतिहासिक इमारतों का रिक्रिएशन
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Published : Jun 11, 2021, 9:04 AM IST

इंदौर। पिछले लंबे समय से शहर की ऐतिहासिक बिल्डिंगों में रीक्रिएशन का काम चल रहा है, जिसको लेकर नगर निगम कमिश्नर प्रतिभा पाल ने हृदय स्थल राजवाड़े का दौरा किया. निगम कमिश्नर पाल ने बताया कि पिछले लंबे समय से शहर के हृदय स्थल राजवाड़े में रीक्रिएशन का काम कोरोना वायरस के चलते रुका हुआ था, निगम की प्लानिंग है कि राजवाड़े का काम 30 सितंबर से 15 अक्टूबर तक पूरा किया जा सके.

ऐतिहासिक इमारतों का रिक्रिएशन

यूरोप से आना है रो मैटेरियल
बता दें कि इंदौर के हृदय स्थल राजवाड़े के रीक्रिएशन के लिए रो मैटेरियल यूरोप से आना है. फिलहाल कोरोना के चलते मैटेरियल रुका हुआ है, जिसके चलते इसके नवीनीकरण में देरी हो रही थी. लेकिन निगम कमिश्नर ने बताया कि रो मैटेरियल 20 से 25 दिनों में यूरोप से आने की संभावना है. फिलहाल, राजवाड़े की तीन मंजिलों का काम अभी होना बाकी है. साथ ही कुछ फिनिशिंग का काम रुका हुआ था, लेकिन अब अगले 3 माह में इसे पूरा किया जाएगा.

जल्द देखने को मिलेगा नया स्वरूप
पाल ने बताया कि इंदौर की ऐतिहासिक धरोहर राजवाड़ा, गोपाल मंदिर गांधी हाल, मराठी स्कूल सभी ऐतिहासिक बिल्डिंग का रीक्रिएशन के बाद कैसे होगा उपयोग इसके निर्णय सीटी एडवाइजरी और जनप्रतिनिधि शहर के बुद्धिजीवियों के साथ बैठक के बाद तय होगा. फिलहाल, पुराने फोटो के आधार पर राजवाड़े को रीक्रिएशन किया जा रहा है. जल्द ही इसका ओरिजिनल स्वरूप देखने को मिलेगा.

इंदौर। पिछले लंबे समय से शहर की ऐतिहासिक बिल्डिंगों में रीक्रिएशन का काम चल रहा है, जिसको लेकर नगर निगम कमिश्नर प्रतिभा पाल ने हृदय स्थल राजवाड़े का दौरा किया. निगम कमिश्नर पाल ने बताया कि पिछले लंबे समय से शहर के हृदय स्थल राजवाड़े में रीक्रिएशन का काम कोरोना वायरस के चलते रुका हुआ था, निगम की प्लानिंग है कि राजवाड़े का काम 30 सितंबर से 15 अक्टूबर तक पूरा किया जा सके.

ऐतिहासिक इमारतों का रिक्रिएशन

यूरोप से आना है रो मैटेरियल
बता दें कि इंदौर के हृदय स्थल राजवाड़े के रीक्रिएशन के लिए रो मैटेरियल यूरोप से आना है. फिलहाल कोरोना के चलते मैटेरियल रुका हुआ है, जिसके चलते इसके नवीनीकरण में देरी हो रही थी. लेकिन निगम कमिश्नर ने बताया कि रो मैटेरियल 20 से 25 दिनों में यूरोप से आने की संभावना है. फिलहाल, राजवाड़े की तीन मंजिलों का काम अभी होना बाकी है. साथ ही कुछ फिनिशिंग का काम रुका हुआ था, लेकिन अब अगले 3 माह में इसे पूरा किया जाएगा.

जल्द देखने को मिलेगा नया स्वरूप
पाल ने बताया कि इंदौर की ऐतिहासिक धरोहर राजवाड़ा, गोपाल मंदिर गांधी हाल, मराठी स्कूल सभी ऐतिहासिक बिल्डिंग का रीक्रिएशन के बाद कैसे होगा उपयोग इसके निर्णय सीटी एडवाइजरी और जनप्रतिनिधि शहर के बुद्धिजीवियों के साथ बैठक के बाद तय होगा. फिलहाल, पुराने फोटो के आधार पर राजवाड़े को रीक्रिएशन किया जा रहा है. जल्द ही इसका ओरिजिनल स्वरूप देखने को मिलेगा.

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