इंदौर। जिले के इलेक्ट्रॉनिक काम्प्लेक्स जोन में आने वाली भागीरथपुरा कालोनी के लोगों ने विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ भागीरथपुरा में लगे स्मार्ट मीटर हटाने की मांग करते हुए विरोध दर्ज करवाया.
लोगों का आरोप है कि विधुत वितरण कंपनी के अधिकारी समस्या को सुनने की बजाय मामले को टालने में जुटे हुए हैं. स्मार्ट मीटर से पहले जहां दो सौ रुपए से चार सौ रुपये बिल आता था, वहां अब चार हजार से पांच हजार रुपये आने लगा है. अधिकारियों का कहना है कि भागीरथ में सभी लोग बिजली चोरी करते है, इसीलिए अब स्मार्ट मीटर के आधार पर ही बिजली बिलों की वसूली होगी.
कांग्रेसियों का कहना है कि स्मार्ट मीटर को रोकने के लिए उन्होंने अधिकारियों को खत लिखे थे, लेकिन एक दो कालोनी को छोड़कर पूरे इंदौर में विधुत वितरण कंपनी ने स्मार्ट मीटर लगा दिए जिसके कारण उपभोक्ताओं का बिल अचानक से दोगना हो गया. प्रदेश के जब से कांग्रेस की सरकार बनी है, उसी दिन से पश्चिमी विधुत वितरण कंपनी के उल्टे दिनों की शुरुआत हो गई है.