इंदौर (PTI)। यूनिफॉर्म सिविल कोड को लेकर छिड़े विवाद के बीच कश्मीरी पंडित नेता अग्निशेखर ने बुधवार को कहा कि समान नागरिक संहिता (यूसीसी) के कार्यान्वयन से कश्मीर घाटी में पंडित समुदाय की "स्थायी वापसी" सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी. एक दिन पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूसीसी की जोरदार वकालत करते हुए पूछा था कि देश दोहरी कानूनी प्रणाली के साथ कैसे चलेगा. पनुन कश्मीर के संस्थापक-संयोजक और लेखक अग्निशेखर ने कहा, हम यूसीसी का समर्थन करते हैं क्योंकि हम जम्मू-कश्मीर में धर्म और आस्था के आधार पर असमानता और भेदभाव के शिकार हैं.
कश्मीर घाटी में पंडितों की वापसी: पनुन कश्मीर के संस्थापक अग्निशेखर ने कहा, हम (इस विचार के) पक्ष में हैं कि पूरे देश के नागरिकों पर एक ही कानून लागू होना चाहिए. उन्होंने कहा कि यूसीसी को देश में बहुत पहले ही लागू किया जाना चाहिए था. यूसीसी लागू होने के बाद कश्मीरी पंडितों की आवाज मजबूत होगी. अग्निशेखर ने कहा, इससे कश्मीर घाटी में उनकी वापसी और अस्तित्व में भी मदद मिलेगी.
जम्मू-कश्मीर में चुनाव की मांग: कुछ क्षेत्रीय दलों की इस मांग पर कि जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव कराए जाएं. पनुन संस्थापक ने कहा कि चुनाव होने से पहले, केंद्र सरकार को (कश्मीर घाटी में) "नरसंहार और अन्य अत्याचारों" को रोकने के लिए संसद में एक विधेयक पेश करना चाहिए. अग्निशेखर ने कहा कि उनके संगठन ने कुछ साल पहले केंद्र सरकार और विपक्षी दलों को एक मसौदा विधेयक सौंपा था. अग्निशेखर मध्य भारत हिंदी साहित्य समिति द्वारा स्थापित साहित्यिक पुरस्कार लेने के लिए इंदौर आए थे.
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