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इंदौर: IG ने 24 आरक्षकों को डीआरपी लाइन भेजा, सालों से एक ही विभाग में थे पदस्थ - Indore IG Yogesh Deshmukh

जब पुलिस की वर्दी में किसी भी प्रकार का धाग लगता है तो पुलिस सबसे पहले उन पुलिसकर्मियों या अधिकारियों को एक जगह से दूसरी जगह पर शिफ्ट कर देती है. कुछ ऐसा ही मामला इंदौर में सामने आया है, जहां एक ही विभाग में लंबे से समय से टिके 24 आरक्षकों को डीआरपी लाइन शिफ्ट किया गया है.

Indore IG
इंदौर आईजी
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Published : Dec 13, 2020, 11:45 PM IST

इंदौर। पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर हमेशा सवाल खड़े होते रहते हैं. ऐसा कई बार हुआ है कि इंदौर क्राइम ब्रांच के कई पुलिसकर्मियों पर कई तरह के गंभीर आरोप लगे. उन्हीं आरोपों को देखते हुए इंदौर आईजी ने बड़ी सर्जरी की है. IG ने सालों से एक ही विभाग में जमे 24 आरक्षकों को डीआरपी लाइन भेजा है. इंदौर क्राइम ब्रांच में तकरीबन चार वर्षों से अधिक समय से जमे आरक्षकों को इंदौर आईजी ने फरमान जारी करते हुए डीआरपी लाइन में भेज दिया है.

24 आरक्षक डीआरपी लाइन शिफ्ट

विभाग में जमाये हुए थे डेरा

जिन आरक्षकों को इंदौर आईजी ने डीआरपी लाइन में भेजा है. वह इंदौर क्राइम में तकरीबन 4 सालों से जमे हुए थे. वहीं इन आरक्षकों के खिलाफ इंदौर के वरिष्ठ अधिकारियों को लगातार शिकायतें भी मिल रही थी. कुछ आरक्षक को पर तो गंभीर आरोप भी लगे थे, लेकिन उसके बाद भी यह आरक्षक इंदौर क्राइम ब्रांच से हटने का नाम नहीं ले रहे थे. जिसके बाद इंदौर आईजी ने इस पूरे मामले में गंभीरता दिखाते हुए इंदौर क्राइम ब्रांच में तकरीबन 4 सालों से डटे आरक्षकों को डीआरपी लाइन में भेज दिया है.

24 आरक्षकों को भेजा लाइन

इंदौर क्राइम ब्रांच के 24 आरक्षकों को इंदौर आईजी ने डीआरपी लाइन में भेज दिया है. क्राइम ब्रांच में रहने के दौरान इन पर कई गंभीर आरोप भी लगे लेकिन कई अधिकारियों के डायरेक्ट संपर्क में होने के कारण इन पर किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं हुई है, लेकिन जब इस पूरे मामले की जानकारी इंदौर आईजी योगेश देशमुख को लगी तो आईजी ने कार्रवाई कर, इनके खिलाफ लगे आरोपो के जांच के आदेश दे दिए है.

अन्य आरक्षकों की खंगाली जा रही है कुंडली

कई और आरक्षकों की कुंडली खंखाली जा रही है जो लंबे समय से विभिन्न विभागों में पदस्थ हैं. उन्हें भी आने वाले दिनों में अलग-अलग जगहों पर भेजा जा सकता है. अब आईजी ऐसे जवान को पुलिसकर्मियों की भी सूची बनाने में जुटे हुए हैं, जो काफी लंबे समय से थाने पर ही पदस्थ हैं. उन पर भी आने वाले दिनों पर आईजी कार्रवाई कर सकते हैं.

फेरबदल से छवि साफ की कवायत

इंदौर में कई पुलिसकर्मी ऐसे हैं जिन्होंने अपनी नौकरी एक ही थाने पर पूरी कर ली है, लेकिन अब जिस तरह से इंदौर आईजी ऐसे पुलिस कर्मियों की सूची बना रहे हैं. उससे निश्चित तौर पर यह अनुमान लगाया जा सकता है कि उन पर सख्त कार्रवाई हो सकती है. इंदौर पुलिस पर पिछले काफी दिनों से कई गंभीर आरोप लग रहे थे, जिन्हें देखते हुए आईजी ने इस तरह से एक बड़ा फेरबदल किया है.

इंदौर। पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर हमेशा सवाल खड़े होते रहते हैं. ऐसा कई बार हुआ है कि इंदौर क्राइम ब्रांच के कई पुलिसकर्मियों पर कई तरह के गंभीर आरोप लगे. उन्हीं आरोपों को देखते हुए इंदौर आईजी ने बड़ी सर्जरी की है. IG ने सालों से एक ही विभाग में जमे 24 आरक्षकों को डीआरपी लाइन भेजा है. इंदौर क्राइम ब्रांच में तकरीबन चार वर्षों से अधिक समय से जमे आरक्षकों को इंदौर आईजी ने फरमान जारी करते हुए डीआरपी लाइन में भेज दिया है.

24 आरक्षक डीआरपी लाइन शिफ्ट

विभाग में जमाये हुए थे डेरा

जिन आरक्षकों को इंदौर आईजी ने डीआरपी लाइन में भेजा है. वह इंदौर क्राइम में तकरीबन 4 सालों से जमे हुए थे. वहीं इन आरक्षकों के खिलाफ इंदौर के वरिष्ठ अधिकारियों को लगातार शिकायतें भी मिल रही थी. कुछ आरक्षक को पर तो गंभीर आरोप भी लगे थे, लेकिन उसके बाद भी यह आरक्षक इंदौर क्राइम ब्रांच से हटने का नाम नहीं ले रहे थे. जिसके बाद इंदौर आईजी ने इस पूरे मामले में गंभीरता दिखाते हुए इंदौर क्राइम ब्रांच में तकरीबन 4 सालों से डटे आरक्षकों को डीआरपी लाइन में भेज दिया है.

24 आरक्षकों को भेजा लाइन

इंदौर क्राइम ब्रांच के 24 आरक्षकों को इंदौर आईजी ने डीआरपी लाइन में भेज दिया है. क्राइम ब्रांच में रहने के दौरान इन पर कई गंभीर आरोप भी लगे लेकिन कई अधिकारियों के डायरेक्ट संपर्क में होने के कारण इन पर किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं हुई है, लेकिन जब इस पूरे मामले की जानकारी इंदौर आईजी योगेश देशमुख को लगी तो आईजी ने कार्रवाई कर, इनके खिलाफ लगे आरोपो के जांच के आदेश दे दिए है.

अन्य आरक्षकों की खंगाली जा रही है कुंडली

कई और आरक्षकों की कुंडली खंखाली जा रही है जो लंबे समय से विभिन्न विभागों में पदस्थ हैं. उन्हें भी आने वाले दिनों में अलग-अलग जगहों पर भेजा जा सकता है. अब आईजी ऐसे जवान को पुलिसकर्मियों की भी सूची बनाने में जुटे हुए हैं, जो काफी लंबे समय से थाने पर ही पदस्थ हैं. उन पर भी आने वाले दिनों पर आईजी कार्रवाई कर सकते हैं.

फेरबदल से छवि साफ की कवायत

इंदौर में कई पुलिसकर्मी ऐसे हैं जिन्होंने अपनी नौकरी एक ही थाने पर पूरी कर ली है, लेकिन अब जिस तरह से इंदौर आईजी ऐसे पुलिस कर्मियों की सूची बना रहे हैं. उससे निश्चित तौर पर यह अनुमान लगाया जा सकता है कि उन पर सख्त कार्रवाई हो सकती है. इंदौर पुलिस पर पिछले काफी दिनों से कई गंभीर आरोप लग रहे थे, जिन्हें देखते हुए आईजी ने इस तरह से एक बड़ा फेरबदल किया है.

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