इंदौर। फर्जी एडवाइजरी कंपनी के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले आरोपियों की धरपकड़ पुलिस द्वारा लगातार की जा रही है. इसी कड़ी में पिछले दिनों राउ पुलिस ने फर्जी एडवाइजरी कंपनी के नाम पर धोखाधड़ी करने वाली एक गैंग को गिरफ्तार किया था. गैंग की सरगना पूजा थापा फरार हो गई थी. पुलिस ने आरोपी महिला के खिलाफ 10 हजार के इनाम की भी घोषणा की थी. बुधवार को अचानक यह महिला कोर्ट में सरेंडर करने पहुंची. इस बात की जानकारी लगते ही राउ पुलिस ने उसे कोर्ट से गिरफ्तार कर लिया. महिला से पुलिस लगातार पूछताछ करने में जुटी हुई है.
कई लोगों से की धोखाधड़ी : पकड़ी गई महिला पुलिस से बचने के लिए कई तरह के जतन कर रही थी. इसी दौरान वह कोर्ट में सरेंडर करने पहुंची लेकिन इसी दौरान पुलिस को जानकारी लग गई. आरोपी द्वारा कई लोगों से ठगी की वारदातों को अंजाम दिया गया. अभी तक कई आवेदक शिकायत लेकर पुलिस के पास पहुंच चुके हैं. आरोपी पूजा थापा के बारे में पुलिस को जानकारी लगी है कि वह कॉल सेंटर में नौकरी करती थी. कॉल सेंटर में नौकरी करते के दौरान ही उसकी कुछ एडवाइजरी कंपनी के मालिकों से दोस्ती हो गई. इसके बाद उसने खुद एडवाइजरी कंपनी खोल ली और फिर धोखाधड़ी की वारदातों को अंजाम देने लगी.
कई जगह खरीदी प्रॉपर्टी : पूजा का परिवार नेपाल से देवास में आकर बस गया था. पिता और मां अलग हो गए. वह और उसका भाई मां के साथ रहते थे. उसने खुद फर्जी एडवाइजरी कंपनी खोली और लोगों को ठग कर करोड़ों की मालकिन बन बैठी है. उसने पातालपानी में एक लग्जरी फॉर्म हाउस के लिए जगह खरीदी है तो सुपर कॉरिडोर और ओमेक्स सिटी में प्लाट लेने की भी बात सामने आई है. पूजा की बेंगलुरु व देवास में भी संपत्ति होने का खुलासा हो चुका है.
छापे के दौरान मिले दस्तावेजों की जांच : बता दें पुलिस ने पिछले दिनों पूजा थापा के मकान और ऑफिस पर भी दबिश दी थी और वहां से बड़ी मात्रा में विभिन्न तरह के दस्तावेज मिले थे, जिसमें कई निवेशकों के बारे में जानकारी पुलिस को लगी थी और पिछले दिनों पुलिस ने विभिन्न निवेशकों को फोन लगाकर विभिन्न तरह की जानकारी भी मांगी थीं. इसमें से कई लोगों ने ठगी की बात कही थी. इसके बाद पुलिस ने पूजा थापा के खिलाफ प्रकरण दर्ज किए. (Gang leader woman arrested) (Cheated peoples by fake company)