ETV Bharat / state

ganesh chaturthi 2022 date: गणेश चतुर्थी दो तिथियों में, ना हों भ्रमित, जाने गणपति पूजन का हिंदू शास्त्र सम्मत श्रेष्ठ समय, भद्रा का त्याग कैसे करें

हिंदू पंचांग के अनुसार इस बार श्री कृष्ण जन्माष्टमी की तरह ही, गणेश चतुर्थी एवं दीपावली दो तिथियों में होंगी वही नवरात्रि पूरे 9 दिन तक रहेगी. मगर आपको बप्पा की पूजा के लिए तिथि में किसी भी किस्म का कंफ्यूजन हो तो यहां जान लें ठीक समय. ज्योतिष आचार्य शिव मल्होत्रा गणपति पूजन का हिंदू शास्त्र सम्मत श्रेष्ठ समय. वहीं विघ्नहर्ता की स्थापना विधि कैसे करना है बता रहे हैं ज्योतिषाचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री. (ganesh chaturthi 2022 date) (ganpati shubh muhurat puja vidhi mantra) (bhadra kaal rahukal ghat sthapana time)

ganesh chaturthi 2022 date Ganesh Sthapana samay vrat
गणेश चतुर्थी दो तिथियों में 2022
author img

By

Published : Aug 31, 2022, 8:38 AM IST

Ganesh Chaturthi 2022 Date: गणेश चतुर्थी तिथि की बात करें तो चतुर्थी तिथि का प्रारंभ 30 अगस्त दोपहर 03:33 से प्रारंभ हो चुका है. आज 31 अगस्त दोपहर 03:22 तक यह शुभ समय रहेगा. 30 अगस्त मंगलवार को भद्रा का प्रारंभ तिथि के साथ ही दोपहर 03:30 से प्रारंभ हो गया. भद्रा समाप्ति 31 अगस्त बुधवार की प्रातः 06:01 तक होगी. भद्रा का वास पताल लोक होगा इसके बावजूद भी भद्रा का त्याग करना उत्तम रहेगा. इसलिए गणेश चतुर्थी 31 अगस्त को ही मनाना शास्त्र सम्मत है. शास्त्र अनुसार गणेश पूजन का श्रेष्ठ समय सिंह स्थिर लग्न लाभ एवं अमृत चौकड़िया में प्रातः 6:01 से 9:10 तक गणेश प्रतिमा स्थापना करना शुभ रहेगा. दूसरा शुभ मुहूर्त वृश्चिक स्थिर लग्न एवं अभिजीत मुहूर्त मैं दिन के 11:40 से 12:18 दोपहर तक रहेगा. इसके साथ ही राहुकाल का त्याग करना होगा राहुकाल का समय दोपहर 12:19 से 01:54 तक रहेगा. (ganpati shubh muhurat puja vidhi mantra) (bhadra kaal rahukal ghat sthapana time)

घर में विघ्नहर्ता गणेश की स्थापना की सही विधि : गणेश चतुर्थी से अनंत चतुदर्शी तक गणेश आराधना खासतौर पर फलदायी होता है. 10 दिनों तक लोग घर में गणपति की स्थापना करते हैं और गणपति पूजन से धन आगमन का शुभ योग बनता है. घरों के सारे विघ्न खत्म हो होते हैं. गणेश जी की आराधना कर आप कैसे अपने जीवन को खुशहाल बना सकते हैं, इस बारे में बता रहे हैं शहडोल के ज्योतिषाचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री. गणेश जी की प्रतिमा लाकर पहले एक टेबल में पीला कपड़ा बिछा लें. वहां गणेश जी की मूर्ति रखें. धूप, दीप, नैवेद्य, जल, पुष्प, चंदन से उनका पूजन करें. इसके बाद लड्डू का भोग लगाएं. आरती करें. इस तरह से हर दिन पूजा करें. कम से कम चतुर्थी से लेकर अनंत चतुर्दशी तक 10 दिन तक पूजन का विधान है. कुछ लोग समय के अभाव या किसी और अभाव में अगर 10 दिन तक की पूजा नहीं कर सकते हैं तो सप्तमी के दिन गणेश जी की स्थापना करें और उस दिन भी नहीं कर पाते हैं तो दशमी के दिन स्थापना कर लें तो भी शुभ होगा.

लड़की के विवाह में रुकावट, ये करें : जिन लड़कियों के विवाह में रुकावट आ रही है. बात आती है व रुक जाती है. उसमें देरी होती है, ऐसी लड़कियों को मदार के 108 फूलों को गूथ करके माला गणेश जी पर चढ़ाएं तो विवाह के योग बनेंगे. विवाह पक्का होगा. सुंदर व योग्य वर की प्राप्ति होगी. (ladki ke vivah me rukawat kya karen)

Ganesh Chaturthi 2022 ग्वालियर में 300 साल पुराने गणपति अर्जी के जरिए सुनते हैं लोगों की फरियाद, इसलिए कहलाते हैं 'अर्जी वाले गणेश'

गणेशजी की स्थापना दुकान में ऐसे करें : जो लोग दुकानों में पूजन करते हैं, वह इसलिए करते हैं क्योंकि उनके पुत्रों का नाम शुभ लाभ है, जो गणेश जी की पूजन करते हैं तो शुभ लाभ की वहां स्थापना होती है. फैक्टरियों में इसलिए पूजा की जाती है कि वहां पर धन का आगमन होता रहे, क्योंकि जितनी अष्ट सिद्धियां हैं वह सब गणेश जी के पास हैं. इसलिए फैक्ट्रियों में गणेश जी की स्थापना करते हैं. जिससे धन का आगमन हो और सुख शांति बना रहे. गणपति की घरों से लेकर मंदिरों व फैक्ट्रियों के साथ ही दुकानों में स्थापना इसलिए की जाती है, क्योंकि गणेश जी के आगमन से धन-धान्य की भरमार होती है. रिद्धि सिद्धि का घर में निवास होता है. धन का आगमन होता रहता है.

(ganesh chaturthi 2022 date) (dukan me kaise kare ganpati sthapna ) (ganesh chaturthi 2022 date India) (ganpati shubh muhurat puja vidhi mantra) (bhadra kaal rahukal ghat sthapana time)

Ganesh Chaturthi 2022 Date: गणेश चतुर्थी तिथि की बात करें तो चतुर्थी तिथि का प्रारंभ 30 अगस्त दोपहर 03:33 से प्रारंभ हो चुका है. आज 31 अगस्त दोपहर 03:22 तक यह शुभ समय रहेगा. 30 अगस्त मंगलवार को भद्रा का प्रारंभ तिथि के साथ ही दोपहर 03:30 से प्रारंभ हो गया. भद्रा समाप्ति 31 अगस्त बुधवार की प्रातः 06:01 तक होगी. भद्रा का वास पताल लोक होगा इसके बावजूद भी भद्रा का त्याग करना उत्तम रहेगा. इसलिए गणेश चतुर्थी 31 अगस्त को ही मनाना शास्त्र सम्मत है. शास्त्र अनुसार गणेश पूजन का श्रेष्ठ समय सिंह स्थिर लग्न लाभ एवं अमृत चौकड़िया में प्रातः 6:01 से 9:10 तक गणेश प्रतिमा स्थापना करना शुभ रहेगा. दूसरा शुभ मुहूर्त वृश्चिक स्थिर लग्न एवं अभिजीत मुहूर्त मैं दिन के 11:40 से 12:18 दोपहर तक रहेगा. इसके साथ ही राहुकाल का त्याग करना होगा राहुकाल का समय दोपहर 12:19 से 01:54 तक रहेगा. (ganpati shubh muhurat puja vidhi mantra) (bhadra kaal rahukal ghat sthapana time)

घर में विघ्नहर्ता गणेश की स्थापना की सही विधि : गणेश चतुर्थी से अनंत चतुदर्शी तक गणेश आराधना खासतौर पर फलदायी होता है. 10 दिनों तक लोग घर में गणपति की स्थापना करते हैं और गणपति पूजन से धन आगमन का शुभ योग बनता है. घरों के सारे विघ्न खत्म हो होते हैं. गणेश जी की आराधना कर आप कैसे अपने जीवन को खुशहाल बना सकते हैं, इस बारे में बता रहे हैं शहडोल के ज्योतिषाचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री. गणेश जी की प्रतिमा लाकर पहले एक टेबल में पीला कपड़ा बिछा लें. वहां गणेश जी की मूर्ति रखें. धूप, दीप, नैवेद्य, जल, पुष्प, चंदन से उनका पूजन करें. इसके बाद लड्डू का भोग लगाएं. आरती करें. इस तरह से हर दिन पूजा करें. कम से कम चतुर्थी से लेकर अनंत चतुर्दशी तक 10 दिन तक पूजन का विधान है. कुछ लोग समय के अभाव या किसी और अभाव में अगर 10 दिन तक की पूजा नहीं कर सकते हैं तो सप्तमी के दिन गणेश जी की स्थापना करें और उस दिन भी नहीं कर पाते हैं तो दशमी के दिन स्थापना कर लें तो भी शुभ होगा.

लड़की के विवाह में रुकावट, ये करें : जिन लड़कियों के विवाह में रुकावट आ रही है. बात आती है व रुक जाती है. उसमें देरी होती है, ऐसी लड़कियों को मदार के 108 फूलों को गूथ करके माला गणेश जी पर चढ़ाएं तो विवाह के योग बनेंगे. विवाह पक्का होगा. सुंदर व योग्य वर की प्राप्ति होगी. (ladki ke vivah me rukawat kya karen)

Ganesh Chaturthi 2022 ग्वालियर में 300 साल पुराने गणपति अर्जी के जरिए सुनते हैं लोगों की फरियाद, इसलिए कहलाते हैं 'अर्जी वाले गणेश'

गणेशजी की स्थापना दुकान में ऐसे करें : जो लोग दुकानों में पूजन करते हैं, वह इसलिए करते हैं क्योंकि उनके पुत्रों का नाम शुभ लाभ है, जो गणेश जी की पूजन करते हैं तो शुभ लाभ की वहां स्थापना होती है. फैक्टरियों में इसलिए पूजा की जाती है कि वहां पर धन का आगमन होता रहे, क्योंकि जितनी अष्ट सिद्धियां हैं वह सब गणेश जी के पास हैं. इसलिए फैक्ट्रियों में गणेश जी की स्थापना करते हैं. जिससे धन का आगमन हो और सुख शांति बना रहे. गणपति की घरों से लेकर मंदिरों व फैक्ट्रियों के साथ ही दुकानों में स्थापना इसलिए की जाती है, क्योंकि गणेश जी के आगमन से धन-धान्य की भरमार होती है. रिद्धि सिद्धि का घर में निवास होता है. धन का आगमन होता रहता है.

(ganesh chaturthi 2022 date) (dukan me kaise kare ganpati sthapna ) (ganesh chaturthi 2022 date India) (ganpati shubh muhurat puja vidhi mantra) (bhadra kaal rahukal ghat sthapana time)

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.