इंदौर। सांसद और लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन की इंदौर लोकसभा सीट से दावेदारी इस बार खतरे में नजर आ रही है. बीजेपी ने इंदौर संसदीय सीट पर अभी तक उनका नाम स्पष्ट नहीं किया है. स्थानीय नेताओं ने भी अब मान लिया है कि जिसे भी टिकट मिलेगा वे उसी के लिए प्रचार करेंगे. इधर सुमित्रा महाजन भी टिकट पर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं.
माना जा रहा है कि इंदौर से 8 बार की सांसद सुमित्रा महाजन का विरोध अब उनके लिए टिकट की राह में रोड़ा बन रहा है. भारतीय जनता पार्टी के स्थानीय नेताओं ने भी तय कर लिया है कि उनकी पार्टी का प्रत्याशी सिर्फ कमल का फूल है.
इंदौर में चर्चा ये भी है कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से नजदीकियों के चलते कैलाश विजयवर्गीय के अलावा रमेश मेंदोला, महापौर मालिनी गौड़, कृष्ण मुरारी मोघे और उषा ठाकुर का नाम भी टिकट के दावेदारों में है. हालांकि खुद कैलाश विजयवर्गीय ने पहले ही पश्चिम बंगाल के प्रभारी होने के कारण चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है. ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा की इंदौर की इस प्रतिष्ठा पूर्ण सीट पर सुमित्रा महाजन के विकल्प के बतौर बीजेपी आखिर किसे अपना उम्मीदवार बनाती है.