होशंगाबाद। शासकीय नर्मदा महाविद्यालय में शनिवार को इतिहास परिषद द्वारा इतिहास और सामाजिक न्याय विषय पर राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी का आयोजन हुआ. जिसमें मुख्य अतिथि उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव मौजूद रहे.
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अतिथियों ने रखे अपने विचार
इस अवसर पर प्राचार्य डॉ ओएन चौबे ने कहा कि छात्रों द्वारा ऐसे कार्यक्रमों के आयोजन ही उन्हें सामाजिक बनाते हैं. छात्र देश के गौरवशाली इतिहास से भी परिचित होते हैं. डॉ बीसी जोशी ने सामाजिक न्याय की अवधारणा पर प्रकाश डाला. कार्यक्रम संयोजक डॉ हंसा व्यास ने कहा कि न्याय की तुलना में सामाजिक न्याय की अवधारणा व्यापक है. इसके मूल में लोक कल्याणकारी विचारधारा दिखाई देती है. विशिष्ट अतिथि डॉक्टर हर्षवर्धन ने कहा कि हमारी प्राचीन सामाजिक न्याय व्यवस्था, आश्रम व्यवस्था और पुरुषार्थ में निहित थी. डॉक्टर केजी मिसर नागपुर ने कहा कि भारत दुनिया का सबसे प्राचीन देश है. जिसमें महिलाओं को राजनैतिक सामाजिक रूप से सर्वोच्च पदों की प्राप्ति हुई है.