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मौसमी बीमारियों के बीच कोविड-19 बड़ी चुनौती, लक्षणों के आधार पर हो रहा इलाज

होशंगाबाद जिले में कोरोना मरीजों की संख्या में इजाफा देखा जा रहा है. कोरोना वायरस के बदलते लक्षण के चलते डॉक्टर्स को हर दिन नई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में कोरोना मरीजों का इलाज लक्षण के आधार पर किया जा रहा है.

covid-19 Big Challenge
कोविड-19 बड़ी चुनौती
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Published : Jul 21, 2020, 1:53 PM IST

होशंगाबाद। पूरे देश में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से बढ़ता जा रहा है. देश में कोरोना वायरस की चपेट में आने वाले मरीजों की संख्या 11 लाख के पार पहुंच चुकी है. अब तक इसके संक्रमण के चलते हजारों मौतें भी हो चुकी हैं. संक्रमण के संभावित इलाज की तलाश में कई तरह की कोशिशें जारी हैं. इन कोशिशों के जरिए कोविड-19 के इलाज की कुछ कारगर कोशिश भी सामने आई है. जिसमें इस बीमारी का इलाज ढूंढ़ा जा सकेगा, फिलहाल डॉक्टर कोरोना वायरस के मरीजों को आयुष मंत्रायलय की गाइडलाइन के अनुसार दवा देकर इलाज कर रहे हैं.

लक्षण के आधार पर मरीजों का इलाज

कोरोना के लक्षणों में बदलाव से डॉक्टर परेशान

दिन-प्रति-दिन मरोजों की संख्या बढ़ती जा रही है. साथ ही कोरोना के लक्षण भी बदलते जा रहे हैं. ऐसे में डॉक्टर्स के सामने भी हर रोज नई चुनौतियां खड़ी होती जा रही हैं. हालांकि हेल्थ मिनिस्ट्री ने गाइडलाइन जारी की है, मरीजों का कोरोना के लक्षण के आधार पर इलाज किया जा रहा है.

गंभीर मरीजों को किया जा रहा रेफर

एमडी मेडिसिन डॉक्टर नितिन मौसिक ने बताया कि, तीन तरह के कोरोना मरीज सामने आ रहे है. जिसमें सबसे गंभीर मरीज के रुप में वो मरीज हैं, जिसमें कोरोना पॉजिटिव के सांस लेने में समस्या और अधिक उम्र के मरीज हैं. ऐसे मरीजों के बेहतर इलाज के लिए होशंगाबाद जिला प्रशासन उन्हें सीधे भोपाल रेफर कर रहा है, जिन्हें भोपाल के एम्स और चिरायु हॉस्पिटल में भर्ती कराया जा रहा है.

लक्षण के आधार पर इलाज जारी

इलाज के दौरान मरीजों को विटामिट सी, मल्टी विटामिन, गर्म पानी, ऑक्सीजन सहित लक्षण के अनुसार से एंटीबायोटिक हैडाक्सिक्लोरोक्विन की खुराक दी जा रही है. वहीं हल्के लक्षण के मरीज जिनका सीवी अधिक नहीं है, उनका भी लक्षण के आधार पर इलाज किया जा रहा है. जिसमें सांस लेने में दिक्कत होने पर लिम्सी, मल्टीविटामिन, सिपिक्ससीन, सर्दी-जुखाम में लियोसित्टाजिन सहित हैडाक्सिक्लोरोक्विन दवा और गर्म पानी, प्राणायाम, अनुलोम- विलोग, योग करने को कहा जा रहा है.

बीमारियों के आधार पर दवा में परिवर्तन

ऐसे मरीज जो बिना लक्षण के हैं, उन्हें भी कोविड केयर सेंटर में निगरानी पर रखा जा रहा है. जिन्हें विटामिन-सी की गोली, मल्टीविटामिन, हाइड्रोक्लोरोक्विन, गरम पानी, प्राणायाम, अनुलोम विलोम, योगा की सलाह दी जा रही है. विशेष रुप से बीपी, शुगर के मरीजों का विशेष ध्यान रखा जा रहा है, साथ ही इन बीमारियों के आधार पर दवा में परिवर्तन किया जा रहा है.

मौसमी बीमारियों के बीच कोविड-19 बड़ी चुनौती

हॉस्पिटल में आ रहे मरीजों में मौसमी बीमारियां, जैसे सर्दी, खांसी, जुकाम के लक्षण हैं. ऐसे में कोविड-19 के मरीजों को चिन्हित करना डॉक्टरों के लिए बड़ी चुनौती है, जहां बिना लक्षण के मरीज पॉजिटिव निकल रहे हैं. ऐसे में मौसमी बीमारियों और कोरोना संक्रमण में अंतर निकालकर पॉजिटिव मरीजों को चिन्हित करना डॉक्टरों के लिए चुनौती बन गई है.

लक्षण के आधार पर मरीजों को किया जा रहा शिफ्ट

होशंगाबाद जिले में 112 पॉजिटिव मरीज सामने आए हैं, जिनमें 42 मरीज ठीक होकर अपने घर जा चुके हैं. जिसके बाद से जिले में एक्टिव मरीजों की संख्या 65 है. जिसमें आठ गंभीर और हाई रिस्क मरीज हैं. जिनमें से एक की एम्स हॉस्पिटल भोपाल, दो की हमीदिया अस्पताल भोपाल, सहित एक मरीज की जेके हॉस्पिटल, वहीं सात मरीजों का चिरायु अस्तपाल में इलाज जारी है.

सामान्य 16 मरीजों को इटारसी के श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल, 9 मरीजों को कोविड-19 सेंटर इटारसी और 23 मरीज को कोविड-19 सेंटर ज्ञानोदय होशंगाबाद में रखा गया है. वहीं अन्य शहरों जिसमें एक एनएससीबी मेडिकल कॉलेज जबलपुर, एक मरीज सिम्स अस्पताल नागपुर और एक जेके अस्पताल भोपाल सहित सहित इंदौर के अस्पताल में भर्ती हैं. फिलहाल कोरोना से 4 मरीजों की इलाज के दौरान मृत्यु हो गई है. अभी तक जिले भर में 1180 मरीजों के सैंपल लिए गए हैं, जिसमें 986 नेगेटिव और 98 पॉजिटिव मरीज मिल चुके हैं. लगातार पॉजिटिव मरीजों के आंकड़ों में औसतन इजाफा देखा जा रहा है.

होशंगाबाद। पूरे देश में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से बढ़ता जा रहा है. देश में कोरोना वायरस की चपेट में आने वाले मरीजों की संख्या 11 लाख के पार पहुंच चुकी है. अब तक इसके संक्रमण के चलते हजारों मौतें भी हो चुकी हैं. संक्रमण के संभावित इलाज की तलाश में कई तरह की कोशिशें जारी हैं. इन कोशिशों के जरिए कोविड-19 के इलाज की कुछ कारगर कोशिश भी सामने आई है. जिसमें इस बीमारी का इलाज ढूंढ़ा जा सकेगा, फिलहाल डॉक्टर कोरोना वायरस के मरीजों को आयुष मंत्रायलय की गाइडलाइन के अनुसार दवा देकर इलाज कर रहे हैं.

लक्षण के आधार पर मरीजों का इलाज

कोरोना के लक्षणों में बदलाव से डॉक्टर परेशान

दिन-प्रति-दिन मरोजों की संख्या बढ़ती जा रही है. साथ ही कोरोना के लक्षण भी बदलते जा रहे हैं. ऐसे में डॉक्टर्स के सामने भी हर रोज नई चुनौतियां खड़ी होती जा रही हैं. हालांकि हेल्थ मिनिस्ट्री ने गाइडलाइन जारी की है, मरीजों का कोरोना के लक्षण के आधार पर इलाज किया जा रहा है.

गंभीर मरीजों को किया जा रहा रेफर

एमडी मेडिसिन डॉक्टर नितिन मौसिक ने बताया कि, तीन तरह के कोरोना मरीज सामने आ रहे है. जिसमें सबसे गंभीर मरीज के रुप में वो मरीज हैं, जिसमें कोरोना पॉजिटिव के सांस लेने में समस्या और अधिक उम्र के मरीज हैं. ऐसे मरीजों के बेहतर इलाज के लिए होशंगाबाद जिला प्रशासन उन्हें सीधे भोपाल रेफर कर रहा है, जिन्हें भोपाल के एम्स और चिरायु हॉस्पिटल में भर्ती कराया जा रहा है.

लक्षण के आधार पर इलाज जारी

इलाज के दौरान मरीजों को विटामिट सी, मल्टी विटामिन, गर्म पानी, ऑक्सीजन सहित लक्षण के अनुसार से एंटीबायोटिक हैडाक्सिक्लोरोक्विन की खुराक दी जा रही है. वहीं हल्के लक्षण के मरीज जिनका सीवी अधिक नहीं है, उनका भी लक्षण के आधार पर इलाज किया जा रहा है. जिसमें सांस लेने में दिक्कत होने पर लिम्सी, मल्टीविटामिन, सिपिक्ससीन, सर्दी-जुखाम में लियोसित्टाजिन सहित हैडाक्सिक्लोरोक्विन दवा और गर्म पानी, प्राणायाम, अनुलोम- विलोग, योग करने को कहा जा रहा है.

बीमारियों के आधार पर दवा में परिवर्तन

ऐसे मरीज जो बिना लक्षण के हैं, उन्हें भी कोविड केयर सेंटर में निगरानी पर रखा जा रहा है. जिन्हें विटामिन-सी की गोली, मल्टीविटामिन, हाइड्रोक्लोरोक्विन, गरम पानी, प्राणायाम, अनुलोम विलोम, योगा की सलाह दी जा रही है. विशेष रुप से बीपी, शुगर के मरीजों का विशेष ध्यान रखा जा रहा है, साथ ही इन बीमारियों के आधार पर दवा में परिवर्तन किया जा रहा है.

मौसमी बीमारियों के बीच कोविड-19 बड़ी चुनौती

हॉस्पिटल में आ रहे मरीजों में मौसमी बीमारियां, जैसे सर्दी, खांसी, जुकाम के लक्षण हैं. ऐसे में कोविड-19 के मरीजों को चिन्हित करना डॉक्टरों के लिए बड़ी चुनौती है, जहां बिना लक्षण के मरीज पॉजिटिव निकल रहे हैं. ऐसे में मौसमी बीमारियों और कोरोना संक्रमण में अंतर निकालकर पॉजिटिव मरीजों को चिन्हित करना डॉक्टरों के लिए चुनौती बन गई है.

लक्षण के आधार पर मरीजों को किया जा रहा शिफ्ट

होशंगाबाद जिले में 112 पॉजिटिव मरीज सामने आए हैं, जिनमें 42 मरीज ठीक होकर अपने घर जा चुके हैं. जिसके बाद से जिले में एक्टिव मरीजों की संख्या 65 है. जिसमें आठ गंभीर और हाई रिस्क मरीज हैं. जिनमें से एक की एम्स हॉस्पिटल भोपाल, दो की हमीदिया अस्पताल भोपाल, सहित एक मरीज की जेके हॉस्पिटल, वहीं सात मरीजों का चिरायु अस्तपाल में इलाज जारी है.

सामान्य 16 मरीजों को इटारसी के श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल, 9 मरीजों को कोविड-19 सेंटर इटारसी और 23 मरीज को कोविड-19 सेंटर ज्ञानोदय होशंगाबाद में रखा गया है. वहीं अन्य शहरों जिसमें एक एनएससीबी मेडिकल कॉलेज जबलपुर, एक मरीज सिम्स अस्पताल नागपुर और एक जेके अस्पताल भोपाल सहित सहित इंदौर के अस्पताल में भर्ती हैं. फिलहाल कोरोना से 4 मरीजों की इलाज के दौरान मृत्यु हो गई है. अभी तक जिले भर में 1180 मरीजों के सैंपल लिए गए हैं, जिसमें 986 नेगेटिव और 98 पॉजिटिव मरीज मिल चुके हैं. लगातार पॉजिटिव मरीजों के आंकड़ों में औसतन इजाफा देखा जा रहा है.

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