होशंगाबाद। नवरात्र में पूजन-अर्चन के बाद मां की विदाई सादगी से की जाएगी. इसके लिए जिला प्रशासन तैयारी को अंतिम रूप दे रहा है. नवरात्र के बाद दशहरे पर मूर्ति विसर्जन के लिए प्रशासन ने शहर के नजदीक पक्का कुंड बनवा दिया गया है. जिसमें मूर्ति का विसर्जन किया जाएगा.अभी तक समान्य गड्ढा खोद कर मूर्तियों का विसजर्न किया जाता रहा है.
नवमी 24 अक्टूबर को है. इसके बाद दशहरा होगा. अधिकांश लोग मूर्तियों को नवमी पूजन के बाद विसर्जित करने में लग जाते हैं और कुछ लोग भरत मिलाप तक नहीं करते है. फिलहाल दशहरे पर मूर्ति विसजर्न को लेकर प्रशासन कोई निर्णय नहीं ले पाया है कि, मूर्ति का विसर्जन किस प्रकार किया जाएगा और मूर्तियों को सेठानी घाट पर ले जाने का निर्णय नहीं लिया गया है. हर साल सभी घाटों पर मूर्तियों के विसर्जन का कार्य किया जाता था, लेकिन इस बात कोरोना की गाइडलाइन और विसर्जन के दौरान कार्यकर्ताओं और भक्तों का घाटों पर इकट्ठा नहीं होने के निर्देश के चलते प्रशासन निर्णय नहीं ले पाया है.
एसडीएम आदित्य रिछारिया के अनुसार मूर्ति विसर्जन के लिये हर्बल पार्क का निर्णय लिया गया है. सेठानी घाट पर मूर्ति विसर्जन के आदेश नहीं दिए गए हैं, लेकिन कुंड का निर्माण करा दिया गया है.