हरदा। हरदा में प्रायवेट स्कूल की मनमनी के खिलाफ अभिभावकों ने मोर्चा खोल दिया है, साथ ही फीस को 50 फीसदी तक कम करने की मांग की है. बच्चों के पालकों ने स्कूल प्रबंधन से ट्यूशन फीस में कमी किए जाने की मांग को लेकर एक बैठक की. ये बैठक नगर पालिका उद्यान में आयोजित की गई. इस दौरान सभी अभिभावकों ने कोरोना काल के दौरान अपनी आर्थिक स्थिति खराब होने का हवाला दिया, इसके साथ ही ट्यूशन फीस जमा करने में आ रही परेशानियों को बताते हुए स्कूल प्रबंधन से इस सत्र की फीस 50 फिसदी तक कम करने की मांग की है. स्कूल संचालक कोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए ट्यूशन फीस की 80 फीसदी राशि पालकों से वसूल रहे हैं.
पालकों में भ्रम की स्थिति
अभिभावकों का कहना है कि, कोरोना काल में ऑनलाइन क्लास लगने की वजह से बच्चों की पढ़ाई सिर्फ 15 से 20 मिनट की हो पा रही है, जिसमें पढ़ाई के नाम पर रस्म अदायगी की जा रही है. अभिभावकों का आरोप है कि, स्कूल प्रबंधन ने जो ट्यूशन फीस निर्धारित की है, उसके कोई नियम या मानक नहीं बताए गए हैं. इस कारण पालकों में भ्रम की स्थिति है.
हर साल बढ़ाती है फीस
अभिभावकों का कहना है कि, 'स्कूल प्रबंधन हर साल अपनी मर्जी से एक तरफा स्कूल फीस बढ़ाते हैं, जिसके लिए कभी भी अभिभावकों से सलाह-मशवरा नहीं किया जाता है. लेकिन इस साल कोरोना होने से अभिभावकों की आर्थिक स्थिति काफी खराब है और स्कूल प्रबंधन को सभी छात्रों की फीस कम करनी चाहिए'.
कोर्ट में दायर करेंगे याचिका
बैठक में मौजूद अभिभावक दीपक नेमा ने बताया कि, अभिभावकों ने पहली बार फीस कम करने के लिए मांग की है. अगर प्रबंधन इस विषय पर कोई ठोस निर्णय नहीं लेता है तो, वे हाईकोर्ट में जाकर अपनी याचिका दायर करेंगे.