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भुआणा उत्सव के समापन समारोह में पद्मश्री प्रह्लाद टिपानिया ने अपने भजनों से बांधा समां - Two Day Bhuana Festival

हरदा के हंडिया में नर्मदा नदी के तट पर दो दिवसीय भुआणा उत्सव के समापन समारोह में पद्मश्री से सम्मानित प्रह्लाद टिपानिया ने संत कबीर के भजनों की प्रस्तुति दी. प्रह्लाद टिपानिया ने अपने भाजनों के माध्यम से कार्यक्रम में मौजूद लोगों को जीवन को सादगी के साथ जीने का संदेश दिया.

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प्रह्लाद टिपानियां ने बांधा समां
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Published : Jan 16, 2020, 10:22 AM IST

Updated : Jan 16, 2020, 12:03 PM IST

हरदा। नर्मदा तट हंडिया पर चल रहे भुआणा उत्सव का समापन हो गया. समापन समारोह में लोगों की खूब भीड़ देखने को मिली. लोगों ने हंडिया पहुंचकर भुआणा उत्सव में होने वाली विभिन्न सांस्कृतिक गतिविधियों में भाग लेकर उत्सव का आनंद उठाया. समापन समारोह में पद्मश्री प्रह्लाद टिपानिया ने अपनी प्रस्तुति दी. उन्होंने विशिष्ट शैली में संत कबीर के भजनों को प्रस्तुत किया, जिसे सुन श्रोता मंत्रमुग्ध हो गए. उन्होंने भजनों के माध्यम से लोगों को आध्यात्म के रास्ते पर चलकर और सादगी और जीवन में संयम बरतने की सीख दी.

प्रह्लाद टिपानियां ने बांधा समां

बता दें कि भुआणा उत्सव के पहले दिन कांग्रेस नेताओं ने आयोजन में मुख्यमंत्री, प्रभारी मंत्री एवं संस्कृति मंत्री का फोटो नहीं लगाने के चलते विरोध किया. विरोध जताते हुए कांग्रेस नेताओं ने कार्यक्रम को कुर्सियों के बजाय नीचे बैठकर देखा. वहीं उत्सव के समापन समारोह में कलेक्टर के साथ सभी अधिकारियों ने भी नीचे बैठकर कांग्रेस के विरोध का मौन जवाब दिया.

हरदा। नर्मदा तट हंडिया पर चल रहे भुआणा उत्सव का समापन हो गया. समापन समारोह में लोगों की खूब भीड़ देखने को मिली. लोगों ने हंडिया पहुंचकर भुआणा उत्सव में होने वाली विभिन्न सांस्कृतिक गतिविधियों में भाग लेकर उत्सव का आनंद उठाया. समापन समारोह में पद्मश्री प्रह्लाद टिपानिया ने अपनी प्रस्तुति दी. उन्होंने विशिष्ट शैली में संत कबीर के भजनों को प्रस्तुत किया, जिसे सुन श्रोता मंत्रमुग्ध हो गए. उन्होंने भजनों के माध्यम से लोगों को आध्यात्म के रास्ते पर चलकर और सादगी और जीवन में संयम बरतने की सीख दी.

प्रह्लाद टिपानियां ने बांधा समां

बता दें कि भुआणा उत्सव के पहले दिन कांग्रेस नेताओं ने आयोजन में मुख्यमंत्री, प्रभारी मंत्री एवं संस्कृति मंत्री का फोटो नहीं लगाने के चलते विरोध किया. विरोध जताते हुए कांग्रेस नेताओं ने कार्यक्रम को कुर्सियों के बजाय नीचे बैठकर देखा. वहीं उत्सव के समापन समारोह में कलेक्टर के साथ सभी अधिकारियों ने भी नीचे बैठकर कांग्रेस के विरोध का मौन जवाब दिया.

Intro:हरदा के हंडिया के नर्मदा नदी के तट पर दो दिवसीय भुआणा उत्सव के समापन समारोह में संत कबीर के भजनों के लिए प्रख्यात पद्मश्री से सम्मानित प्रह्लाद टिपाणियां ने अपने भजनों के माध्यम से कार्यक्रम में मौजूद स्थानीय लोगो,अधिकारियों और नेताओं को संत कबीर के लिए भजनों के माध्यम से जीवन को सादगी के साथ जीने का संदेश दिया।उन्होंने अपनी विशिष्ट मालवी शैली में आयोजन को भक्तिमय कर दिया।


Body:हरदा के नर्मदा तट पर भुआणा उत्सव को लेकर सुबह से लेकर देर रात तक धूम रही।हजारों लोगों ने हंडिया पहुँचकर भुआणा उत्सव में होने वाली विभिन्न सास्कृतिक एवं साहसिक गतिविधियों में भाग लेकर उत्सव का आनंद उठाया।उत्सव के पहले दिन स्थानीय कांग्रेस नेताओ ने आयोजन में मुख्यमंत्री,प्रभारी मंत्री एवं संस्कृति मंत्री का फोटो आयोजन में नही लगाने का विरोध करते हुए आयोजन स्थल कुर्सियों के बजाय नीचे बैठकर विरोध जताया था।जिसको लेकर प्रशासन ने जवाब में हंडिया में मंच के पीछे सीए,प्रभारी मंत्री,सँस्कृति मंत्री का फोटो लगाते हुए ।कलेक्टर सहित सभी अधिकारियों ने भी नीचे बैठकर कांग्रेस के विरोध का मौन जवाब दिया।


Conclusion:पद्मश्री गायक प्रहलाद टिपानिया के द्वारा अपने विशिष्ट शैली से संत कबीर के भजनों के माध्यम से लोगों को आध्यात्म के रास्ते पर चलकर जीवन जीने की सीख विधि उन्होंने संत कबीर के सरल दोहों के माध्यम से लोगों को सादगी और संयम जीवन में बरतने की भी शराबी इस दौरान श्रोताओं की फरमाइश पर उनके द्वारा चर्चित भजन जरा हल्के गाड़ी हाको मेरे राम गाड़ी वाले को सुनाया सर्द बयार के बीच भजन गायक प्रहलाद टिपानिया ने जरा हल्के गाड़ी हाको मेरे राम गाड़ी वाले की शानदार प्रस्तुति दी
Last Updated : Jan 16, 2020, 12:03 PM IST
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