हरदा। जिले के 44 गांवों में साल 2019 की फसल बीमा की राशि किसानों को अभी तक नहीं मिली है, वहीं 33 गांवों के किसानों को फसल बीमा राशि का लाभ नहीं मिला है, जिससे नाराज सभी गांव के किसानों ने आज अपने अपने गांव में धरना प्रदर्शन किया.
इस दौरान राजीव गांधी पंचायती राज संगठन के बैनर तले किसानों ने अपने अपने गांव में हस्ताक्षर कर सरकार से जिले के सभी 77 गांव के किसानों को फसल बीमा की राशि जल्द दिलाने की मांग की. साथ ही केंद्र सरकार के बनाए गए कृषि कानून को वापस लेने की मांग भी की, वहीं संगठन ने कहा कि गुरुवार को हरदा में धरना प्रदर्शन किया जाएगा,और कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर किसानों की मांगों को पूरा करने की मांग की जाएगी.
राजीव गांधी पंचायती राज संगठन के प्रदेश अध्यक्ष हेमंत टाले ने हरदा जिले के ग्राम कुकरावत, बालागांव, रन्हाईकला सहित अन्य गांवों में किसानों के बीच पहुंचकर केन्द्र की मोदी सरकार के बनाये गए कृषि कानून की विसंगतियों को लेकर ग्रामीणों से चर्चा की. इस दौरान गांव के लोगों ने एकमत होकर केंद्र की मोदी सरकार के बनाए गए कृषि कानून को वापस लिए जाने की मांग की, किसानों ने कहा कि कृषि कानून से आगामी वर्षों में किसानों को खासा नुकसान होगा, वहीं निजी कंपनियां अपनी मनमर्जी करेगी.
वहीं किसान मुकेश दोगने ने कहा कि उसके बैंक अकाउंट से फसल बीमा की राशि कट गई है, बावजूद इसके अभीतक उन्हें फसल बीमा की राशि नहीं मिल पाई है. जिसके चलते आज गांव के लोगों ने सरकार के खिलाफ धरना देकर हस्ताक्षर अभियान चलाया, और जल्द से जल्द बीमा दिलाने की मांग की. उनका कहना है कि प्रदेश के कृषि मंत्री के गृह जिले की किसानों को फसल बीमा का लाभ न मिल पाना बड़े अचरज का विषय है.
राजीव गांधी पंचायती राज संगठन के प्रदेश अध्यक्ष हेमंत डाले ने कहा कि, जिला प्रशासन की लापरवाही के चलते जिले के 44 गांव के लोगों को फसल बीमा की राशि से वंचित रखा गया है. वहीं 33 गांव में आने वाली रिपोर्ट के आधार पर नुकसान न होने बताया गया है, जबकि पूरे जिले में किसानों की फसल बर्बाद हो चुकी है.