ग्वालियर। मध्य प्रदेश के अधिकांश शहरों में एक जून से अनलॉक की प्रक्रिया शुरू की जानी हैं. ऐसे में पुलिस को आशंका है कि बदमाश अपराध को लेकर सक्रिय हो सकते हैं. हाईकोर्ट के निर्देश के बाद बड़ी संख्या में अपराधी पेरोल पर है. इसके साथ ही सात साल से कम की सजा काटने वाले अपराधों में कोरोना संक्रमण के चलते गिरफ्तारियों पर भी रोक लगा दी गई थी. ऐसे में एसपी ने चिंता जताई है कि बाजार खुलने और भीड़भाड़ की स्थिति में अपराधी भी सक्रिय हो सकते हैं. अपराधी अपने मंसूबे में कामयाब न हों, इस को लेकर पुलिस ने भी कमर कस ली हैं.
बदमाशों की सूची बनाने के लिए सभी थाना प्रभारियों को निर्देश
एसपी अमित सांघी ने एक सप्ताह पहले ही सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दिए थे कि अपने-अपने इलाकों के लिस्टेड बदमाशों की सूची तैयार करें. उन पर निगरानी करना शुरू कर दें, ताकि लूट, चोरी और चेन स्नेचिंग जैसी घटनाओं पर लगाम लगाई जा सकें. साथ ही एसपी ने सभी थाना प्रभारियों को निर्देश जारी कर दिए हैं कि वह अपने-अपने इलाकों में लगातार निगरानी करते रहें. अगर किसी इलाके में कोई लिस्टेड बदमाश है, तो उस पर भी निगरानी बनाए रखें, ताकि वह किसी घटना को अंजाम न दे सकें.
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अनलॉक होने के बाद भी सड़कों पर रहेगी पुलिस
एसपी अमित सांघी का कहना है कि अनलॉक के बाद भी पुलिस लगातार सड़कों पर रहेगी, ताकि अपराधों में वृद्धि न हो सकें. वहीं जिन इलाकों में सबसे ज्यादा वारदातें होती है, उन जगहों पर चेकिंग पॉइंट बनाई जायेगी.
एसपी का कहना है कि अनलॉक होने के बाद पुलिस की गस्ती और बढ़ाई जाएगी, क्योंकि देखने में आ रहा है कि साल 2020 में जब लॉकडाउन हटाया गया, तो उसके बाद शहर में अपराधों की संख्या में लगातार इजाफा हुआ. यही वजह है कि अबकी बार पुलिस अपराधों में कमी लाने के लिए पहले से ही कमर कसी हुई हैं.