ग्वालियर। ओबीसी एससी एसटी एकता मंच के आह्वान पर बड़ी संख्या में लोगों ने कलेक्ट्रेट पर पहुंचकर प्रदर्शन किया. इसमें बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई. नारेबाजी करते हुए लोगों ने अफसरों को ज्ञापन देकर भोपाल में सीएम शिवराज के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई न करने पर नाराजगी जताई है. साथ ही गुर्जर नेता रामप्रीत पर केस दर्ज करने की निंदा करते हुए केस वापस लेने और करणी सेना नेताओं को गिरफ्तार करने की मांग की है.
वीडी शर्मा के खिलाफ लगे मुर्दाबाद के नारे: ओबीसी एससी एसटी एकता मंच के जिला अध्यक्ष लोकेंद्र गुर्जर ने कहा, "हम सभी मिलकर सोमवार को ज्ञापन देने आए हैं. आपको मालूम है कि कुछ दिन पहले भोपाल में करणी सेना ने प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान को गलत कहा था और अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया था. इसमें मात्र एक व्यक्ति पर एफआईआर हुई है. उकसाने वाले लोगों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई जो कि निंदा और चिंता की बात है."
फिर शुरू हुआ मिहिर भोज विवाद: लोकेंद्र गुर्जर ने कहा कि, "मिहिर भोज के बारे में और गुर्जर समाज को लेकर लगातार अपशब्दों का इस्तेमाल किया जा रहा है, लेकिन कहीं कोई एफआईआर नहीं हुई है, उल्टे अपने बचाव में ज्ञापन देने गए गुर्जर समाज के रामप्रीत के खिलाफ झूठा केस दर्ज कर लिया गया. कुछ समुदाय के लोग सोशल मीडिया पर सम्राट मिहिर भोज के बारे में गलत टिप्पणी कर रहे हैं, लेकिन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही. गुर्जर समाज को ही टारगेट किया जा रहा है, इसलिए ऐलान किया है कि आज सिर्फ ज्ञापन देने आए हैं लेकिन आगे उग्र आंदोलन किया जाएगा."
प्रशासन को दी कड़ी चेतावनी: "प्रशासन एससी, एसटी और ओबीसी को कमजोर समझने की गलती न करें. वह समझ लें हमारे पास भी भीड़ है. हमने ज्ञापन के जरिए चेतावनी दी है कि अगर दोषी करणी सेना वालों की गिरफ्तारी और रामप्रीत पर लगा झूठा केस वापस नहीं हुआ तो एक माह बाद ग्वालियर में एससी, एसटी और ओबीसी के 1 लाख लोगों का विशाल आंदोलन होगा". इस समय ग्वालियर चंबल अंचल में करणी सेना और ओबीसी एसटी एससी वर्ग आमने-सामने हैं. यही कारण है कि लगातार अंचल में जातिगत मुद्दा हावी होता जा रहा है. कुछ दिन पहले ही ओबीसी महासभा ने करणी सेना के खिलाफ ज्ञापन दिया था और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ जो अभद्र टिप्पणी की थी उस पर एफआईआर दर्ज की गई थी, लेकिन यह मुद्दा अभी गरम है.