ETV Bharat / state

वन विभाग की पहल, बांस से तैयार किया जाएगा पॉलीथिन का विकल्प - Gwalior news

ग्वालियर में वन विभाग की अनोखी पहल के साथ पौधे तैयार करने के लिए बांस की थैलियों का निर्माण शुरू करने जा रहा है.

Forest department will manufacture bamboo bags
वन विभाग करेगा बांस की थैलियों का निर्माण
author img

By

Published : Dec 2, 2019, 2:13 PM IST

Updated : Dec 2, 2019, 4:00 PM IST

ग्वालियर। वन विभाग ने पर्यावरण बचाने के लिए नर्सरी में प्लास्टिक बैग और पॉलीथिन के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है. वन विभाग ने प्रकृति से ही उपजे बांस से थैलियों का निर्माण शुरू करने का प्लान तैयार कर लिया है. जिससे आने वाले समय में भी पौधे को तैयार करने में प्लास्टिक की जगह बांस की थैलियों का इस्तेमाल किया जाएगा.

वन विभाग करेगा बांस की थैलियों का निर्माण

दरअसल वन विभाग हर साल करीब 25 लाख से ज्यादा पौधों को अपनी नर्सरी में तैयार करता है. जिसके लिए प्लास्टिक की थैलियों का इस्तेमाल किया जाता है. लेकिन अब विभाग पर्यावरण सुरक्षित करने का संदेश देने की योजना बना रहा है. जिसके लिए बांस से बनीं थैलियों का उपयोग किया जाएगा. हालांकि बांस की थैलियां प्लास्टिक की थैलियों से महंगी जरूर होंगी, लेकिन इनको दोबारा भी पौधा तैयार करने के काम लाया जा सकता है. वन विभाग ने अपने ही वनों के बांस से अनोखा प्रयोग करने का फार्मूला तैयार किया है. जो कि पर्यावरण संतुलन में एक अनोखी पहल साबित होगा.

ग्वालियर। वन विभाग ने पर्यावरण बचाने के लिए नर्सरी में प्लास्टिक बैग और पॉलीथिन के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है. वन विभाग ने प्रकृति से ही उपजे बांस से थैलियों का निर्माण शुरू करने का प्लान तैयार कर लिया है. जिससे आने वाले समय में भी पौधे को तैयार करने में प्लास्टिक की जगह बांस की थैलियों का इस्तेमाल किया जाएगा.

वन विभाग करेगा बांस की थैलियों का निर्माण

दरअसल वन विभाग हर साल करीब 25 लाख से ज्यादा पौधों को अपनी नर्सरी में तैयार करता है. जिसके लिए प्लास्टिक की थैलियों का इस्तेमाल किया जाता है. लेकिन अब विभाग पर्यावरण सुरक्षित करने का संदेश देने की योजना बना रहा है. जिसके लिए बांस से बनीं थैलियों का उपयोग किया जाएगा. हालांकि बांस की थैलियां प्लास्टिक की थैलियों से महंगी जरूर होंगी, लेकिन इनको दोबारा भी पौधा तैयार करने के काम लाया जा सकता है. वन विभाग ने अपने ही वनों के बांस से अनोखा प्रयोग करने का फार्मूला तैयार किया है. जो कि पर्यावरण संतुलन में एक अनोखी पहल साबित होगा.

Intro:ग्वालियर में पर्यावरण को प्रदूषण से बचाने की मुहिम में अब सरकारी विभाग आगे आ रहे हैं जिले में जैसे ही प्लास्टिक पॉलिथीन पर सरकारी रोक लगी वैसे ही वन विभाग ने भी इसके उपयोग की जगह पर प्राकृतिक तरीका अपनाने का फैसला किया है इस अनोखे प्रयोग के तहत वन विभाग अपनी नर्सरी में पौधे को तैयार करने के लिए अप्लास्टिक पोली की जगह से बनाई गई थैलियों का प्रयोग कर रहा है।


Body:दरअसल वन विभाग सालाना करीब 25 लाख से ज्यादा पौधे को अपनी नर्सरी में तैयार करता है जिनको तैयार करने के बाद जगह-जगह और अर्पित करता है ताकि हमारे पर्यावरण को हरा-भरा बनाया जा सके। जिससे हमारी प्रकृति में संतुलन बना रहे। लेकिन वन विभाग चारों तरफ हरियाली फैलाने की साथ ही अब अपनी ही विभाग के अंदर से पर्यावरण सुरक्षित करने का संदेश देने की योजना बना रहा हैं। जिसके तहत अब बनवा अपनी नर्सरी में पौधे को उगाने के लिए प्लास्टिक बैग या पॉलीथिन का उपयोग नहीं करेगा। उन्होंने प्रकृति से ही उपजे बांस से ही थैलियों का निर्माण शुरू करने का प्लान तैयार कर लिया है। जिससे आने वाले समय में भी पौधे को तैयार करने में प्लास्टिक की जगह इन्हीं बांस की थैलियों का उपयोग करेंगे हालांकि मास की तैयारियां प्लास्टिक की थैलियों से महंगी जरूर है लेकिन इनको दोबारा भी पौधा तैयार करने में काम लाया जा सकता है। यह पर्यावरण को कोई नुकसान नहीं पहुंचाते हैं। ऐसे में विभाग ने अपने ही बनो से पाई जाने वाली बांस का अनोखा प्रयोग करने का जो फार्मूला सोचा है जो कि पर्यावरण संतुलन में एक अनोखी पहल साबित होगी।


Conclusion:बाईट- अभिनय पल्लव , डीएफओ ग्वालियर
Last Updated : Dec 2, 2019, 4:00 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.