ग्वालियर। आज की तारीख में प्रदेश भर के साथ-साथ ग्वालियर चंबल अंचल (gwalior corona update) में कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है. यही वजह है कि शिवराज सरकार से लेकर जिला प्रशासन इस तीसरी लहर में लापरवाह लोगों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रहा है. लेकिन सरकार के नुमाइंदे ही संक्रमण को दावत देते नजर आ रहे हैं. लोगों से जहां सोशल डिस्टेंसिंग (MP corona guidelines) बरतने को कहा जा रहा है, वहीं बीजेपी खुद धरना-प्रदर्शन कर लापरवाही की तस्वीर पेश कर रही है.
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कोरोना संक्रमण को दावत देती तस्वीर
ग्वालियर शहर के फूल बाग में बीजेपी के अनुसूचित जाति मोर्चा द्वारा धरना प्रदर्शन किया गया. इस प्रदर्शन में हजारों की संख्या में भीड़ इकट्ठी की गई और सड़कों पर जाम लगा रहा. जिससे एक ओर जहां आम लोगों को काफी परेशानी हुई, वहीं दूसरी ओर धरने में जुटी भीड़ संक्रमण को खुली दावत से कम नहीं है. इस धरना-प्रदर्शन में जिले के प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट, सांसद विवेक नारायण शेजवलकर, पूर्व महापौर समीक्षा गुप्ता, जिला अध्यक्ष कमल मखीजानी सहित तमाम नेता शामिल हुए. इस दौरान कोरोना गाइड लाइन की जमकर धज्जियां (violation of MP corona guidelines) उड़ाई गई. यह सब तमाशा जिला प्रशासन के अधिकारियों के सामने होता रहा, लेकिन किसी की मुंह में से आवाज नहीं निकली.
धरने पर रोक के बावजूद प्रदर्शन
जब प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट से कोरोना गाइडलाइन के उल्लंघन (violation of corona guidelines) के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हम पूरी तरह से इसका पालन कर रहे हैं. लेकिन मंत्री जी के दावे की पोल तो धरने की तस्वीर ही खोल रही थी. धरना प्रदर्शन को देखकर जिला प्रशासन पर भी सवाल खड़े होते हैं, क्योंकि ग्वालियर प्रशासन ने हाल में ही जिले में धरना-प्रदर्शन और किसी भी कार्यक्रम में 200 से अधिक लोगों के इकट्ठा ना होने का आदेश दिया है. लेकिन सत्ता पर काबिज बीजेपी के कार्यक्रम में हजारों की संख्या में लोग इकट्ठे हुए. इसे देखकर लगता है कि जिला प्रशासन के आदेश केवल आम लोगों के लिए ही बनाए जा रहे हैं.