ग्वालियर। डेढ़ महीने से ज्यादा चले कोरोना कर्फ्यू के बाद एक जून से अनलॉक की प्रक्रिया शुरू की गई है. इसके तहत रविवार को पहला जनता कर्फ्यू लगाया गया. शहर के सभी व्यापारिक संस्थान पूरी तरह से बंद रहे. सिर्फ गली-कूचे की दुकानें ही कुछ संख्या में खुली दिखीं, जिन्हें पुलिस गश्ती दल ने बाद में बंद करा दिया. व्यापारियों द्वारा एक तरफ के मार्केट को एक दिन खोलने और दूसरे तरफ के मार्केट को दूसरे दिन खोलने के सरकार के निर्णय को अव्यवहारिक बताया है.
दो भागों में बांटा बाजार
व्यापारियों का कहना है कि भले ही सीमित समय के लिए बाजार खुले, लेकिन यह पूरी तरह से खुलना चाहिए. इससे पहले व्यापारियों ने अति आवश्यक सेवाओं की दुकानें सुबह छह बजे से दोपहर 11 बजे तक खोलने का सुझाव दिया था. इसके अलावा 11 से शाम 5 बजे तक अन्य सेवाओं को खोलने की अनुमति देने का सुझाव जिला प्रशासन को दिया था. राज्य सरकार ने कलेक्टर के प्रस्ताव में फेरबदल कर दिया और 50 फीसदी मार्केट खोलने के लिए बाजार को दो भागों में बांट दिया.
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इस विभाजन के एक पट्टी का बाजार पहले दिन खुलेगा, जबकि दूसरी पट्टी का बाजार दूसरे दिन खुलेगा. व्यापारी मानते हैं कि वह एत सप्ताह तक इस प्रक्रिया का अनुसरण करते देखेंगे, यदि कोरोना संक्रमण फैलने पर रोक लगती है, तो वह शासन से निवेदन करेंगे कि बाजार को पूरी तरह से खोला जाए. बाजार को दो भागों में न बांटा जाए. उधर, जिला प्रशासन ने कोरोना कर्फ्यू को सफल बताते हुए उन्होंने कहा कि लोग महामारी के चलते पहले से ज्यादा सचेत हुए हैं. लोग 50 फीसदी बाजार खोलने के लिए बाजार को दो भागों में बांटने का भी स्वागत कर रहे हैं.