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एएसआई ने दैनिक वेतन भोगियों को अचानक नौकरी से निकाला, कर्मचारियों ने शुरू किया धरना प्रदर्शन

भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के दैनिक वेतन भोगियों को नौकरी से किया बाहर, नाराज कर्मचारियों ने आर्कलाजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन शुरू किया

धरना प्रदर्शन करते दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी
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Published : Apr 4, 2019, 8:17 PM IST

ग्वालियर। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के दैनिक वेतन भोगियों को अचानक नौकरी से बाहर कर दिया गया है. जिसके बाद मंगलवार से नाराज कर्मचारियों ने आर्कलाजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है. एक अप्रैल को मौखिक आदेश के बाद इन कर्मचारियों को ड्यूटी पर नहीं आने से मना कर दिया गया. वहीं 3 दिन बीत जाने पर भी कर्मचारियों की समस्याएं सुनने पुरातत्व सर्वेक्षण का कोई भी अधिकारी नहीं पहुंचा है.

दरअसल, ग्वालियर के ऐतिहासिक किले पर धरना प्रदर्शन कर रहे दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी 15 - 20 सालों से यहां काम कर रहे थे. लेकिन अब इन कर्मचारियों की जगह आउट सोर्स एजेंसी के कर्मचारियों को ग्वालियर किले की देखरेख और साफ सफाई के लिए रखा जाएगा. जिसके कारण यहां काम करने वाले 82 मजदूरों को विभाग ने वित्तीय कठिनाइयों का हवाला देते हुए नौकरी से बाहर कर दिया है.

धरना प्रदर्शन करते दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी

कर्मचारियों का आरोप है कि आउट सोर्स कंपनी के जरिए जिन लोगों को रखा जाएगा उनसे विभाग के अफसर पैसा खाएंगे. जो लोग हड़ताल कर रहे हैं, अभी उन्हें खाते से सीधा भुगतान हो रहा है, इसलिए कोई बिचौलिया इसमें शामिल नहीं है. हड़ताली कर्मचारियों का कहना है कि उनकी बातें नहीं सुनी गई तो वे ट्रिब्यूनल में अवमानना याचिका दायर करेंगे क्योंकि ट्रिब्यूनल ने उन्हें स्थाई रूप से स्टे दे रखा है. इसके बावजूद उसके कर्मचारियों को बाहर निकाला गया है.

ग्वालियर। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के दैनिक वेतन भोगियों को अचानक नौकरी से बाहर कर दिया गया है. जिसके बाद मंगलवार से नाराज कर्मचारियों ने आर्कलाजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है. एक अप्रैल को मौखिक आदेश के बाद इन कर्मचारियों को ड्यूटी पर नहीं आने से मना कर दिया गया. वहीं 3 दिन बीत जाने पर भी कर्मचारियों की समस्याएं सुनने पुरातत्व सर्वेक्षण का कोई भी अधिकारी नहीं पहुंचा है.

दरअसल, ग्वालियर के ऐतिहासिक किले पर धरना प्रदर्शन कर रहे दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी 15 - 20 सालों से यहां काम कर रहे थे. लेकिन अब इन कर्मचारियों की जगह आउट सोर्स एजेंसी के कर्मचारियों को ग्वालियर किले की देखरेख और साफ सफाई के लिए रखा जाएगा. जिसके कारण यहां काम करने वाले 82 मजदूरों को विभाग ने वित्तीय कठिनाइयों का हवाला देते हुए नौकरी से बाहर कर दिया है.

धरना प्रदर्शन करते दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी

कर्मचारियों का आरोप है कि आउट सोर्स कंपनी के जरिए जिन लोगों को रखा जाएगा उनसे विभाग के अफसर पैसा खाएंगे. जो लोग हड़ताल कर रहे हैं, अभी उन्हें खाते से सीधा भुगतान हो रहा है, इसलिए कोई बिचौलिया इसमें शामिल नहीं है. हड़ताली कर्मचारियों का कहना है कि उनकी बातें नहीं सुनी गई तो वे ट्रिब्यूनल में अवमानना याचिका दायर करेंगे क्योंकि ट्रिब्यूनल ने उन्हें स्थाई रूप से स्टे दे रखा है. इसके बावजूद उसके कर्मचारियों को बाहर निकाला गया है.

Intro: ग्वालियर
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के दैनिक वेतन भोगियों को अचानक नौकरी से बाहर कर देने से ग्वालियर किले पर इन दिनों माहौल गरमाया हुआ है। नाराज कर्मचारियों ने आर्कलाजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है।


Body:दरअसल ग्वालियर के ऐतिहासिक किले पर धरना प्रदर्शन कर रहे यह वह दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी हैं जो 15 - 20 सालों से काम कर रहे थे। इन्हें कलेक्ट्रेट पर वेतन दिया जाता था जो सीधे विभाग द्वारा प्रदाय होता था लेकिन अब इन कर्मचारियों की जगह आउट सोर्स एजेंसी के कर्मचारियों को ग्वालियर किले की देखरेख और साफ सफाई के लिए रखा जाएगा। उसके कारण यहां काम करने वाले 82 मजदूरों को विभाग ने वित्तीय कठिनाइयों का हवाला देते हुए नौकरी से बाहर कर दिया है।एक अप्रैल को मौखिक आदेश से इन कर्मचारियों को ड्यूटी पर नहीं आने दिया जा रहा है। मंगलवार से यह कर्मचारी अपने कार्यालय के बाहर ग्वालियर किले पर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।


Conclusion:खास बात यह है कि पिछले 3 दिनों से इन कर्मचारियों की खैर खबर लेने अथवा उनकी समस्याएं सुनने के लिए पुरातत्व सर्वेक्षण का कोई भी अधिकारी नहीं पहुंचा है। कर्मचारियों का आरोप है कि आउट सोर्स कंपनी के जरिए जिन लोगों को रखा जाएगा उनसे विभाग के अफसर पैसा खाएंगे। अभी उन्हें खाते से सीधा भुगतान हो रहा है। इसलिए कोई बिचौलिया इसमें शामिल नहीं है हड़ताली कर्मचारियों का कहना है कि उनकी बातें नहीं सुनी गई तो वे ट्रिब्यूनल में अवमानना याचिका दायर करेंगे। क्योंकि ट्रिब्यूनल ने उन्हें स्थाई रूप से स्टे दे रखा है बावजूद उसके कर्मचारियों को बाहर निकाला गया ।
बाइट नरेश नगरिया... हटाए गए दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी एएसआई ग्वालियर
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