ग्वालियर। मध्य प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा वर्ष 2018 में वर्ग 1 और 2 की उत्तीर्ण अभ्यार्थियों ने अपनी नियुक्ति को लेकर शहर के फूलबाग चौराहे पर कमलनाथ सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया.
बता दें प्रदेश में करीब 50 हजार ऐसे व्यक्ति हैं जिन्होंने वर्ग 1 और 2 की पात्रता परीक्षा पास कर ली थी. लेकिन वो अपनी नियुक्ति के लिए दर-दर भटक रहे हैं. दरअसल तत्कालीन बीजेपी सरकार ने साल 2018 में शिक्षकों की कमी को देखते हुए वर्ग 1 और 2 की पात्रता भर्ती परीक्षा का विज्ञापन जारी किया था. इसके बाद शासन ने ये परीक्षा आयोजित की. जिसमें पास हुए अभ्यर्थियों को काउंसलिंग कर नियुक्तियां प्रदान की जानी थी. लेकिन अब तक नियुक्ति नहीं हो पाई है.
नियुक्ति के लिए भटक रहे शिक्षक, पात्रता परीक्षा के उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ किया प्रदर्शन - Wandering for Appointment
अपनी नियुक्ति के लिए भटक रहे मध्य प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा वर्ष 2018 में वर्ग 1 और 2 की उत्तीर्ण अभ्यार्थियों ने कमलनाथ सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया.
ग्वालियर। मध्य प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा वर्ष 2018 में वर्ग 1 और 2 की उत्तीर्ण अभ्यार्थियों ने अपनी नियुक्ति को लेकर शहर के फूलबाग चौराहे पर कमलनाथ सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया.
बता दें प्रदेश में करीब 50 हजार ऐसे व्यक्ति हैं जिन्होंने वर्ग 1 और 2 की पात्रता परीक्षा पास कर ली थी. लेकिन वो अपनी नियुक्ति के लिए दर-दर भटक रहे हैं. दरअसल तत्कालीन बीजेपी सरकार ने साल 2018 में शिक्षकों की कमी को देखते हुए वर्ग 1 और 2 की पात्रता भर्ती परीक्षा का विज्ञापन जारी किया था. इसके बाद शासन ने ये परीक्षा आयोजित की. जिसमें पास हुए अभ्यर्थियों को काउंसलिंग कर नियुक्तियां प्रदान की जानी थी. लेकिन अब तक नियुक्ति नहीं हो पाई है.
Body:उनके मुताबिक प्रदेश के शिक्षा विभाग ने 10 जनवरी को इसके लिए काउंसलिंग का विज्ञापन जारी किया था। लिहाजा बावजूद इसके सरकार नियुक्ति के लिए की जा रही काउंसलिंग प्रक्रिया को आगे डालने की फिराक में है। वही प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों ने सरकार से मांग की है कि वर्ग 1 और 2 की भर्ती की जाए। साथ ही शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में केवल मध्य प्रदेश के मूल निवासी को प्राथमिकता दी जाए। उन्होंने मांगे नहीं मानने पर प्रदेश व्यापी आंदोलन की चेतावनी दी है।
Conclusion:बाइट - अरविंद कुमार उपाध्याय, प्रदर्शनकारी