ETV Bharat / state

मंत्री इमरती देवी के जिले में बाल विवाह, आठ साल का दूल्हा, सात साल की दुल्हन

गुना में तीन महीने पहले हुए बाल विवाह का खुलासा होने के बाद पुलिस ने 11 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. जहां एक पारिवारिक विवाद खत्म करने के लिए पंचों ने एक आठ साल के लड़के का विवाह सात साल की लड़की से करा दिया.

मंत्री इमरती देवी के जिले में बाल विवाह
author img

By

Published : Sep 7, 2019, 11:46 PM IST

गुना। सात और आठ साल की उम्र बच्चों के खेलने कूदने की होती है. लेकिन गुना जिले के मरवाड़ा गांव में इसी उम्र में दो बच्चों का विवाह कर दिया गया. जिसमें दूल्हा आठ साल का था और दुल्हन सात साल की. यह शादी तीन महीने पहले पूरे गाजे-बाजे के साथ हुई लेकिन प्रशासन को भनक तक नहीं लगी. जबकि इसी अंचल से प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी भी आती हैं. लेकिन कोई यह बाल विवाह नहीं रुकवा पाया.

मंत्री इमरती देवी के जिले में बाल विवाह

मामला तीन माह पुराना है, जहां मरवाड़ा गांव में नाबालिगों का विवाह करवा दिया गया था. इन दोनों परिवारों के बीच में विवाद चल रहा था. जिसकी सुलह के तौर पर समाज के पंचों ने विवाद खत्म करने के लिए दोनों घर के नाबालिग बच्चों का विवाह करवा दिया. लेकिन इस बात की जानकारी गांव की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को तक नहीं लगी. जबकि विवाह के कार्ड तक छपवाएं गए थे.

जिले का महिला एवं बाल विकास विभाग भी मामले का पता नहीं लगा सका. जबकि इन विभागों के पास बाल विवाह रोकने समिति भी रहती है लेकिन उनको भी सूचना नहीं मिल पाई. दोनों परिवारों ने बच्चों का बाल विवाह करवा दिया. हालांकि मामले की जानकारी लगने के बाद गुना पुलिस अधीक्षक ने मामला दर्ज करते हुए 11 लोगों को हिरासत में लिया है.

गुना। सात और आठ साल की उम्र बच्चों के खेलने कूदने की होती है. लेकिन गुना जिले के मरवाड़ा गांव में इसी उम्र में दो बच्चों का विवाह कर दिया गया. जिसमें दूल्हा आठ साल का था और दुल्हन सात साल की. यह शादी तीन महीने पहले पूरे गाजे-बाजे के साथ हुई लेकिन प्रशासन को भनक तक नहीं लगी. जबकि इसी अंचल से प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी भी आती हैं. लेकिन कोई यह बाल विवाह नहीं रुकवा पाया.

मंत्री इमरती देवी के जिले में बाल विवाह

मामला तीन माह पुराना है, जहां मरवाड़ा गांव में नाबालिगों का विवाह करवा दिया गया था. इन दोनों परिवारों के बीच में विवाद चल रहा था. जिसकी सुलह के तौर पर समाज के पंचों ने विवाद खत्म करने के लिए दोनों घर के नाबालिग बच्चों का विवाह करवा दिया. लेकिन इस बात की जानकारी गांव की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को तक नहीं लगी. जबकि विवाह के कार्ड तक छपवाएं गए थे.

जिले का महिला एवं बाल विकास विभाग भी मामले का पता नहीं लगा सका. जबकि इन विभागों के पास बाल विवाह रोकने समिति भी रहती है लेकिन उनको भी सूचना नहीं मिल पाई. दोनों परिवारों ने बच्चों का बाल विवाह करवा दिया. हालांकि मामले की जानकारी लगने के बाद गुना पुलिस अधीक्षक ने मामला दर्ज करते हुए 11 लोगों को हिरासत में लिया है.

Intro:

- सरकार ने भले ही बाल विवाह को ग़ैर क़ानूनी बना दिया हो और शादी के लिए लड़के की उम्र 21 वर्ष और लड़की की आयु 18 वर्ष कर दिया हो बावजूद इसके गुना मैं ऐसे बाल विवाह सामने आ रहे हैं ताज़ा मामला गुना जिले के फ़तेहगढ़ थाना क्षेत्र के मरवाड़ा गाँव में आया जहाँ 7 साल की लड़की का विवाह 8 साल के लड़के से करा दिया है ।

उधर गाँव गाँव महिला एवं बाल विकास विभाग का अमला और गाँव मे आंगनबाड़ी कार्यकरता होने के बाद भी महिला एवं बाल विकास विभाग को जानकारी नहीं लग पाई इसके विभाग के पास बाल विवाह रोकने समिति भी रहती है लेकिन उनको भी सूचना नहीं मिल पाई और बाल विवाह सम्पन्न हो गया।

Body:दरअसल मामला तीन माह पुराना है जहाँ गुना जिले के मरबाड़ा गाँव में नाबालिग दुल्हन की आयु सात साल और नाबालिग़ लड़के की उम्र आठ साल है समाज के पंचों ने विवाद को लेकर फ़ैसला किया और बाल विवाह करवा दिया Conclusion:दूल्हे का विधि विधान और मंडप के नीचे पंडित ने फेरे पढ़वा दिए लड़की के ताऊ ने 31 अगस्त को गुना से इस मामले की शिकायत गुना पुलिस अधिक्षक को गई की तो दिनांक 05 /09 /2018 के फ़तेहगढ़ पुलिस ने वर एवं वधु पक्ष सहित पंडित बाराती व बाजे बजाने वाले 11 लोगों के विरुध एफ आई आर दर्ज कर जाँच मे लिया गया ।



विजअल - विवाह

विजुअल - एफ आई आर

विजुअल - नाबालिग दूल्हा दुल्हन

विजुअल - शादी मे छपे कार्ड

विजुअल - आरोपी

बाइट - फतेहगढ़ थाना प्रभारी गजेन्द्र सिंह बुंदेला
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.