देवास। कोविड सेंटर बनाए गए अमलतास अस्पताल में ऑक्सीजन सिलेंडर खत्म होने को लेकर हंगामा मच गया. अस्पताल प्रबंधन और प्रशासन ने भी लोगों की मौत पर अलग-अलग बयान दिए जाने से पूरी व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए हैं. लोगों ने अस्पताल प्रशासन पर आरोप लगाए हैं.
कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है और इसकी चपेट में हर कोई आ रहा है. वहीं जिले में जितने भी मरीज कोरोना पॉजिटिव मिल रहे हैं उन्हें अमलतास हॉस्पिटल और जिला चिकित्सालय में इलाज के लिए भेजा जा रहा है, लेकिन दुर्भाग्य यह है की पर्याप्त साधन नहीं जुटने के कारण कोरोना संक्रमितों का सही तरीके से इलाज नहीं मिल पा रहा है और उनकी मौत हो रही है.
आरोप है कि देर रात अमलतास हॉस्पिटल में पर्याप्त ऑक्सीजन की व्यवस्था नहीं होने के कारण तीन लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी. वहीं इस तरह से संक्रमित मरीजों की मौत होने के बाद भी स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारी इस विषय को लेकर गंभीर नहीं दिख रहे हैं. हालांकि अस्पताल प्रशासन ने ऑक्सीजन सिलेंडर से मौत होने का खंडन किया है.
कोरोना महामारी के कारण अमलतास हॉस्पिटल में आए दिन समस्या बढ़ती जा रही हैं, बीती रात करीब ढाई बजे ऑक्सीजन का फ्लो कम हो गया था, जिसके कारण अस्थमा से ग्रसित मरीज के साथ कोरोना संक्रमित मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा.
सूत्रों के मुताबिक इसी के चलते बुधवार सुबह 7 बजे से लेकर 8.30 बजे तक तीन मौतें हो गई. सूत्रों ने बताया की ऑक्सीजन खत्म होने पर देवास से ऑक्सीजन के लिए पहले जिला चिकित्सालय में सूचना दी गई थी जहां से यह कहा गया की जब तक सीईओ का आदेश नहीं हो पाएगा तब तक ऑक्सीजन नहीं दे सकते हैं. वहीं जब आदेश दिए गए उसके बाद एक ट्रक में करीब 40 ऑक्सीजन के सिलेंडर अमलतास हॉस्पिटल में भेजे गए. लेकिन डेढ़ घंटे में अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से तीन मौतें हो गई.
अस्पताल में रूम का किराया बढ़ा देने, मरीज-परिजन से अभद्रता करने, खराब भोजन देने सहित अन्य कई मामले पहले ही सुर्खियों में रह चुके हैं. भाजपा नेताओं को भी यहां भर्ती किया गया था और उन्होंने भी जमकर हंगामा किया था लेकिन इसके बाद भी कोई सुधार नहीं हुआ है.