देवास। कोरोना वायरस संक्रमित लोगों की संख्या रोजाना बढ़ती जा रही है. प्रदेश में कोरोना पॉजिटिव की संख्या 329 हो गई और 23 लोग काल के गाल में समा गए. इधर 21 दिन के लॉकडाउन से लोगों के कई काम प्रभावित हुए हैं. जिसके चलते दिहाड़ी, मजदूरी करने वाले लोगों के सामने परिवार के लालन-पालन का संकट भी खड़ा हो गया है.
ऐसे में गरीब एवं जरूरतमंदों की सहायता के लिए खातेगांव विधायक आशीष शर्मा ने प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह से 6 अप्रैल को अपने फेसबुक पेज पर आग्रह किया है. जिसमें लिखा है, "माननीय मुख्यमंत्री जी से आग्रह है कि कोरोना महामारी से लड़ने के लिए विधायक निधि और विधायकों के वेतन में से राशि की जो भी कटौती करना आवश्यक हो जनहित में शीघ्र करें".
फेसबुक के मैसेज पर जब चर्चा की तो विधायक आशीष शर्मा ने बताया कि निश्चित ही इतनी बड़ी महामारी के सामने कई देशों की अर्थव्यवस्था ने दम तोड़ दिया है. भारत जो कि कृषि आधारित देश है, भारत में अधिकांश जनता गांव में बसती है. यहां पर गरीब रेखा का दायरा बहुत विस्तृत है, इसलिए कई बार सरकार के संसाधन इस बीमारी से लड़ने में और इसकी तैयारी में बौने साबित होंगे.
इसके लिए अतिरिक्त पैसे की आवश्यकता सरकार को पड़ेगी इसलिए मैंने कहा है कि भारत देश इस महामारी से लड़ने में लगा हुआ है. 6 महीने या साल भर भी हो सकता है, कि हम को लंबा संघर्ष करना पड़े. इसलिए माननीय प्रधानमंत्री जी ने कहा है कि लोकसभा और राज्यसभा के सांसदों की 2 वर्ष की सांसद निधि का पूरा उपयोग करना महामारी से लड़ने के लिए फंड में किया जाएगा.
मैंने भी मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह से अपील की है कि यदि संभव हो सके तो मध्यप्रदेश के विधायकों की विधायक निधि और उनका वेतन इस महामारी से लड़ने के लिए आर्थिक रूप से आवश्यक हो तो हम सब विधायक अपनी सहमति इस काम के लिए देंगे. हमारा जो यह पैसा क्षेत्र के विकास के लिए खर्च होना है, जिससे जनता की जान बचाने के लिए व्यवस्थाएं की जा सके.