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देवास जिले में कोरोना का एक नया मामला आया सामने, प्रशासन कर रहा दबाने का प्रयास - देवास न्यूज

देवास कोरोना वायरस का प्रकोप दिनोदिन बढ़ता जा रहा है. आज आई 163 लोगों की रिपोर्ट में से एक मरीज कोरोना पॉजिटिव पाया गया है. जबकि 162 लोगो की रिपोर्ट निगेटिव आई है. इसके बाद भी प्रशासन कोरोना के मामले को दबाने का प्रयास कर रहा है.

A new case came to light in Corona in Dewas district
देवास जिले में कोरोना एक नया मामला आया सामने
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Published : May 18, 2020, 9:06 PM IST

देवास। प्रदेश में कोरोना वायरस का प्रकोप दिनो-दिन बढ़ता जा रहा है. इसी तरह देवास जिले में भी कोरोना पॉजिटिव केस थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. आज आई 163 लोगों की रिपोर्ट में से एक मरीज कोरोना पॉजिटिव पाया गया है. जबकि 162 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है. इसके बाद भी प्रशासन कोरोना के मामले को दबाने का प्रयास कर रहा है.

ये मरीज शहर के अमोना शांति नगर का रहने वाला है. जो की दूध बेचने का काम करता था. जिससे संक्रमण का खतरा और ज्यादा हो गया है. वहीं दूसरी ओर जिला प्रशासन कोरोना वायरस के मामलों को दबाने में लगा हुआ है. यही कारण है कि प्रशासन ने मीडिया को कोरोना मरीजों की सूची देना बंद कर दिया है. जबकि इंदौर और उज्जैन में मीडिया को समय-समय पर पूरी लिस्ट नाम समेत दी जाती है. इंदौर कलेक्टर ने तो पॉजिटिव निगेटिव लिस्ट नाम समेत ऑनलाइन करने का कहा है. क्योंकि लोगों को ये जानने का अधिकार है कि उनके आसपास रिपोर्ट पॉजिटिव है. जिससे वे सावधान रह सकें.

कोरोना संकट के समय जिला प्रशासन का रवैया समझ के परे है. जब समस्या को सबके बीच साझा नहीं किया जाएगा तो कोरोना से साझा जंग कैसे लड़ी जाएगी.

देवास। प्रदेश में कोरोना वायरस का प्रकोप दिनो-दिन बढ़ता जा रहा है. इसी तरह देवास जिले में भी कोरोना पॉजिटिव केस थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. आज आई 163 लोगों की रिपोर्ट में से एक मरीज कोरोना पॉजिटिव पाया गया है. जबकि 162 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है. इसके बाद भी प्रशासन कोरोना के मामले को दबाने का प्रयास कर रहा है.

ये मरीज शहर के अमोना शांति नगर का रहने वाला है. जो की दूध बेचने का काम करता था. जिससे संक्रमण का खतरा और ज्यादा हो गया है. वहीं दूसरी ओर जिला प्रशासन कोरोना वायरस के मामलों को दबाने में लगा हुआ है. यही कारण है कि प्रशासन ने मीडिया को कोरोना मरीजों की सूची देना बंद कर दिया है. जबकि इंदौर और उज्जैन में मीडिया को समय-समय पर पूरी लिस्ट नाम समेत दी जाती है. इंदौर कलेक्टर ने तो पॉजिटिव निगेटिव लिस्ट नाम समेत ऑनलाइन करने का कहा है. क्योंकि लोगों को ये जानने का अधिकार है कि उनके आसपास रिपोर्ट पॉजिटिव है. जिससे वे सावधान रह सकें.

कोरोना संकट के समय जिला प्रशासन का रवैया समझ के परे है. जब समस्या को सबके बीच साझा नहीं किया जाएगा तो कोरोना से साझा जंग कैसे लड़ी जाएगी.

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