दमोह। जिले में गणेश पर्व के अवसर पर जहां लोगों ने अपने घर पर ही गणेश की प्रतिमाओं की स्थापना की तो वहीं अनंत चतुर्दशी के अवसर पर भगवान श्री गणेश की प्रतिमा का विसर्जन करने के लिए शासन की गाइडलाइन के अनुसार दमोह में प्रशासन के सहयोग से विधि विधान से विघ्नहर्ता का विसर्जन किया गया.
जिला मुख्यालय के प्रमुख विसर्जन स्थल फुटेरा तालाब पर पुलिस और जिला प्रशासन की चाक-चौबंद व्यवस्था के साथ पूरे शहर से विघ्नहर्ता की प्रतिमाओं को पूरे विधि विधान के साथ लाकर तालाब में विसर्जन किया गया. बता दें, शासन की गाइड लाइन के अनुसार गणेश प्रतिमा लोगों के घरों में स्थापित की गई थी. इस साल बड़े पांडाल तैयार करने पर रोक लगाई गई थी.
घरों में विराजित छोटी प्रतिमाओं को विसर्जित करने के लिए शासन के द्वारा शहर के अनेक स्थलों पर पांडालों का निर्माण किया गया. जहां पर प्रतिभाओं को एकत्रित करके उन्हें वाहनों के माध्यम से फुटेरा तालाब लाया गया और शासन के निर्देश पर पंडितों के माध्यम से गजानन की प्रतिमाओं का विसर्जन फुटेरा तालाब में विधि-विधान से किया गया.
इस दौरान पुलिस प्रशासन के मुखिया पुलिस अधीक्षक हेमंत चौहान भी स्वयं मौजूद रहे. प्रशासनक के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ नगर पालिका सीएमओ भी व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद करते नजर आए. शासन प्रशासन के निर्देश के बाद दमोह की जनता ने भी नियमों का पालन करते हुए गणेश प्रतिमाओं को एक स्थान पर रखा, वहां से वाहनों के माध्यम से प्रतिमाओं को विधि विधान के साथ विसर्जित किया गया.
जबेरा में गाइडलाइन का पालन करते हुए किया गया विसर्जन
जबेरा में गणेश विर्सजन का भक्ति उत्साह नगर वासियों मे पूर्व की तरह दिखाई दिया, लेकिन भीड़भाड़ वाला माहौल कहीं नहीं देखा गया. विसर्जन शासन के निर्देशों के अनुसार सामूहिक रूप ना होकर एक-एक प्रतिमा का विसर्जन सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए सरोवर में हुआ, जहां पर घरों में रखी गई छोटी-छोटी गणेश प्रतिमायें स्थानीय प्रशासन के वाहन से तालाब किनारे एकत्रित की गईं.