दमोह। आबकारी विभाग की अनदेखी और मिलीभगत की वजह से सरकार के राजस्व को नुकसान पहुंचाकर शराब व्यापारी धड़ल्ले से अवैध कारोबार कर रहे हैं. विभाग ने इन कारोबारियों की दुकान का निरीक्षण करने तक की जहमत नहीं उठाई. हालांकि लगातार पुलिस की दखलअंदाजी के बाद दुकानें समय पर बंद होना शुरू हो गई हैं, लेकिन शराब की दुकान की आड़ में अवैध बिक्री अभी भी चल रही है, जिस पर न तो पुलिस रोक लगा सकी और न ही आबकारी विभाग.
इसी तरह के मामले में भगवती मानव कल्याण संगठन के कार्यकर्ताओं द्वारा पथरिया से करीब 8 किलोमीटर दूर बोबई तिगड्ढे पर दो व्यक्तियों से करीबन 6 पेटी देसी शराब जब्त की गई, जो चिरौला की शराब दुकान से लाई जा रही थी. हालांकि मौके से एक व्यक्ति फरार हो गया. वहीं एक आरोपी विशाल लोधी को गिरफ्तार कर लिया गया है, जिस पर आबकारी एक्ट के तहत कार्रवाई की जा रही है.
आबकारी और पुलिस विभाग निभा रहा औपचारिकता
पथरिया के अलावा 12 से अधिक ऐसे गांव हैं, जहां धड़ल्ले से कच्ची शराब तैयार की जाती है. विभाग के संज्ञान में यह सब कुछ होता है, लेकिन कार्रवाई की सुध तभी ली जाती है, जब किसी जनपद में कोई बड़ा हादसा हो जाता है.
शराब पदार्थों के अवैध धंधे का खेल सिर्फ पथरिया विधानसभा क्षेत्र तक ही सीमित नहीं है बल्कि कच्ची शराब का अवैध कारोबार जिले भर में तेजी से फलफूल रहा है. इस पर अंकुश लगाने के बजाए आबकारी विभाग लापरवाह बन रहा है.
शासन के तमाम दिशा-निर्देशों के बाद भी अगर अभियान चलता है, तो महज औपचारिकता ही निभाई जाती है. नतीजे अनुसार लिप्त लोगों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं, जहां बेधड़क होकर अवैध शराब का कारोबार चल रहा है.