दमोह। बेटे की मौत के बाद उसकी तेरहवीं पर एक पिता ने ऐसा कदम उठाया, जिसकी चारों तरफ सराहना हो रही है. सड़क हादसे में बेटे की मौत से ये परिवार टूट गया और घर में मामत पसर गया. इसके बाद परिवार ने बेटे की मौत के बाद संकल्प लिया कि जिस गलती से उनके बेटे जान चली गई, ऐसा किसी और के साथ ना हो. इसके लिए बेटे की तेरहवीं के दिन पिता ने हेलमेट बांटे और हेलमेट पहनकर ही बाइक चलाने की सलाह दी.
दरअसल, दमोह जिले के तेजगढ़ निवासी महेंद्र दीक्षित की बेटा लकी दीक्षित किसी काम से झलौन गया था. वापस घर लौटते वक्त उसकी बाइक हादसे का शिकार हुई और उसकी मौत हो गई. हादसे के वक्त लकी हेलमेट नहीं लगाए थे इसलिए मौके पर ही उसने दम तोड़ दिया.
बेटे की मौत के बाद पिता के द्वारा की गई इस सराहनीय पहल की तारीफ दमोह कलेक्टर ने भी की है. कलेक्टर का कहना है कि तेरहवीं में हेलमेट बांटा जाना समाज में एक नए संदेश को देने का काम करेगा.
मृतक लकी के पिता ने तेरहवीं में खासकर उन युवाओं को हेलमेट बांटे हैं, जो 18 साल से ज्यादा उम्र के पार कर चुके हैं. इसके अलावा उनके परिजनों को भी हेलमेट पहनकर बाइक चलाने की सलाह दी है.