छिंदवाड़ा। जिले में अब डॉक्टर्स को कोरोना संक्रमितों की रिपोर्ट आने के लिए इंतजार नहीं करना पड़ेगा. शहर के छिंदवाड़ा इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस में कोरोना टेस्टिंग लैब बनकर लगभग पूरे तरीके से तैयार हो गई है. बता दें अब तक कोरोना के सभी सैंपल लेकर जबलपुर जांच के लिए भेजे जाते थे. जिसके बाद डॉक्टर्स को रिपोर्ट आने का इंतजार रहता था.
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छिंदवाड़ा इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस में कोरोना जांच लैब तैयार हो चुकी है. जानकारी के मुताबिक डॉक्टर और टैक्निशियन की टीम भी जांच के लिए तैयार हो चुकी है. अब इंतजार सिर्फ मशीन आने का है. बता दें तीन डॉक्टर और दो टैक्निशियन ट्रेनिंग के लिए जबलपुर गए थे, जहां से ट्रेनिंग लेकर आ गए हैं. इसके अलावा लैब में मुख्य रूप से उपयोग आने वाली मशीन RTPCR का इंतजार हो रहा है, जिसका आना अभी बाकी है.
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छिंदवाड़ा इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस के डीन डॉ. गिरीश बी रामटेके ने बताया कि अब तक कोरोना वायरस की टेस्टिंग के लिए सैंपल जबलपुर भेजे जाते थे, जिसकी रिपोर्ट आने में समय लग जाता था. अब मेडिकल कॉलेज में ही कोरोना वायरस टेस्टिंग लैब होगी. मेडिकल कॉलेज की बायो-पैथोलॉजी लैब की बिल्डिंग को ICMR लैब में तब्दील किया जा चुका है. साथ ही कोरोना वायरस के लिए लैब और टेक्निशियन की ट्रेनिंग भी कंप्लीट हो चुकी है.
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डीन डॉ. रामटेके ने बताया कि जो जबलपुर से ट्रेनिंग लेकर आए हैं, उन्होंने यहां के डॉक्टरों और टैक्निशियनों को भी ट्रेनिंग दे दी है. करीब दो-तीन सप्ताह में टेस्टिंग शुरू हो जाएगी. कोरोना वायरस की टेस्टिंग में लगभग आठ घंटे लगते हैं. जबलपुर आने-जाने में बहुत समय चला जाता था, लेकिन अब समय बचेगा और टेस्टिंग छिंदवाड़ा में ही हो पाएगी.