छिंदवाड़ा। जिले के परासिया विधानसभा के क्षेत्र में तहसीलदार के फर्जी डिजिटल हस्ताक्षर की सील लगाकर फर्जीवाड़ा करने का मामला सामने आया है. नीलिमा राजलवाल ने पुलिस में शिकायत की थी, उनके नाम और पद का उल्लेख कर फर्जी दस्तावेज बनाकर उपयोग किया गया है. (Chhindwara forgery)
फर्जी तरीके से लीगल सर्टिफेकेट बनायाः मिली जानकारी के अनुसार इस मामले में पुलिस ने तफ्तीश की जांच में पाया गया कि न्यूटन निवासी कोयला खदान कंपनी के कर्मचारी विनोद सिंह और उनके पुत्र अभिषेक सिंह ने फर्जी तरीके से लीगल सर्टिफिकेट तैयार किया है. मामला सामने आने के बाद पुलिस जांच में आरोपी विनोद सिंह और उसके पुत्र अभिषेक सिंह पर धोखाधड़ी, फर्जी दस्तावेजों को बनाना, संबंधी अन्य धाराओं के अंतर्गत आपराधिक मामला दर्ज कर कार्रवाई की और न्यायालय में पेश किया. (Make legal certificate by forgery)
पुलिस ने किया खुलासाः एसडीओपी अनिल शुक्ला ने बताया कि विनोद सिंह पुत्र गणेश सिंह ने रिलायंस के 20 शेयर खरीदे थे. इन शेयर के दस्तावेज नहीं मिल रहे थे. कंपनी ने उनके लिए उन्हें एक फॉर्मेट भेजा था. जिसमें तहसीलदार के हस्ताक्षर करवा कर भेजना था. आरोपियों ने स्टांप पेपर निकलवाया इस स्टांप पर तहसीलदार के नाम और पद लिख कर फर्जी सिग्नेचर किए और इन दस्तावेजों का उपयोग करने का मामला सामने आया है. पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी एवं फर्जीवाड़ा के तहत केस दर्ज कर उन्हें जेल की सलाखों के पीछे भेज दिया. (Police sent behind bars)