छिन्दवाड़ा। परासिया के हर्रई ढाणा गांव में कई सालों से बंद पड़ी कोयला खदान से कोयला निकालते समय गैस रिसने से 2 ग्रामीणों की मौत हो गई है. करीब 12 घंटे के बाद डब्ल्यूसीएल के कर्मचारियों ने ग्रामीणों की मदद से रेस्क्यू कर दोनों के शव को बाहर निकाला. ग्रामीणों ने बताया कि हर्रई थाना के रहने वाले विक्रम धुर्वे और राजेश कुमरे बंद पड़ी कोयला खदान से कोयला लेने के लिए अक्कसर जाया करते थे. हमेशा की तरह वो आज भी यहां गए और इस दौरान गैस की चपेट में आ गए. यहां से कोयला निकालकर इन दोनों की तरह ही बाकि के ग्रामीण भी अपनी जीविका चलाते हैं, लेकिन बारिश के चलते अंदर मीथेन गैस का रिसाव होने से दोनों की मौत हो गई.
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रेस्क्यू टीम को जाना पड़ा वापस: दरअसल बंद पड़ी अंडरग्राउंड कोयला खदान में ग्रामीण सुरंग बनाकर कोयला निकालते हैं. अंदर काफी सकरी जगह होने की वजह से रेस्क्यू नहीं हो पाया. ग्रामीण एक बार इन दोनों को निकालने अंदर गए थे लेकिन ऑक्सीजन की कमी के चलते बाहर आना पड़ा. करीब 5:00 बजे डब्ल्यूसीएल (Western Coal Fields Limited) की टीम पहुंची और उन्होंने ऑक्सीजन सहित जरूरी सामान उपलब्ध कराया, इसके बाद ग्रामीणों ने दोनों के शव को बाहर निकाला.
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