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इस मंदिर में जलाए जाते हैं साढ़े चार हजार कलश, दर्शन के लिए भक्तों की उमड़ती है भीड़ - Wish light flame

छिंदवाड़ा जिले में मां हिंगलाज का प्रसिद्ध मन्दिर है. यह प्रदेश का एक मात्र ऐसा मंदिर है, जहां चैत्र नवरात्रि में चार हजार पांच सौ की संख्या में मनोकामना ज्योति कलश रखे जाते हैं.

मां हिंगलाज का प्रसिद्ध मन्दिर
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Published : Oct 7, 2019, 9:21 AM IST

Updated : Oct 7, 2019, 10:44 AM IST

छिंदवाड़ा। जिले के परासिया मुख्यालय से 12 किलोमीटर दूर अंबाड़ा के पास मां हिंगलाज का प्रसिद्ध मन्दिर है, जहां पर साल भर भक्तों की भारी भीड़ होती है, यह प्रदेश का एक मात्र ऐसा मंदिर है जहां चैत्र नवरात्रि में चार हजार पाच सौ की संख्या में मनोकामना ज्योति कलश रखे जाते हैं. लोगो का मानना है कि मां के दर्शन मात्र से ही भक्तों की मनोकामना पूरी हो जाती हैं.

इस मंदिर में जलाए जाते हैं साढ़े चार हजार कलश

इस मंदिर में मां हिंगलाज के अलावा श्री गणेश, मां सरस्वती, मां लक्ष्मी, भैरोदेव, माता शीतला, सहित मां काली की प्रतिमां भी विराजमान हैं, वहीं हनुमान मंदिर, राधाकृष्ण मंदिर सहित शनिदेव मन्दिर भी परिसर में स्थापित है. यहां सालभर लाखों की संख्या में भक्त मां हिंगलाज के दर्शन करने पहुंचते हैं.

मन्दिर समिति के प्रयासों से हिंगलाज मन्दिर की भव्यता निरंतर बढ़ रही है. सुबह-शाम ढोल-नगांडो की थाप पर मां की आरती होती है जिसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं, जिनके लिए मंदिर समिति की तरफ से भंडारे की भी व्यवस्था होती है.

छिंदवाड़ा। जिले के परासिया मुख्यालय से 12 किलोमीटर दूर अंबाड़ा के पास मां हिंगलाज का प्रसिद्ध मन्दिर है, जहां पर साल भर भक्तों की भारी भीड़ होती है, यह प्रदेश का एक मात्र ऐसा मंदिर है जहां चैत्र नवरात्रि में चार हजार पाच सौ की संख्या में मनोकामना ज्योति कलश रखे जाते हैं. लोगो का मानना है कि मां के दर्शन मात्र से ही भक्तों की मनोकामना पूरी हो जाती हैं.

इस मंदिर में जलाए जाते हैं साढ़े चार हजार कलश

इस मंदिर में मां हिंगलाज के अलावा श्री गणेश, मां सरस्वती, मां लक्ष्मी, भैरोदेव, माता शीतला, सहित मां काली की प्रतिमां भी विराजमान हैं, वहीं हनुमान मंदिर, राधाकृष्ण मंदिर सहित शनिदेव मन्दिर भी परिसर में स्थापित है. यहां सालभर लाखों की संख्या में भक्त मां हिंगलाज के दर्शन करने पहुंचते हैं.

मन्दिर समिति के प्रयासों से हिंगलाज मन्दिर की भव्यता निरंतर बढ़ रही है. सुबह-शाम ढोल-नगांडो की थाप पर मां की आरती होती है जिसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं, जिनके लिए मंदिर समिति की तरफ से भंडारे की भी व्यवस्था होती है.

Intro:छिंदवाड़ा
मन्दिर में उमड़ी भक्तो की भीड़,
लगभग 4500 सौ ज्योति कलश से जंगमगया हिंगलाज मन्दिर,
कोयलांचल क्षेत्र का प्रशिद्ध मन्दिर मा हिंगलाजBody:छिंदवाड़ा जिले के परासिया मुख्यालय से , 12 किलोमीटर दूर अंबाड़ा के समीप माँ हिंगलाज का प्रशिद्ध मन्दिर स्थापित है ..जहाँ वर्ष भर लाखों की संख्या में भक्त माँ हिंगलाज के दर्शन करने मन्दिर पहुँचते है , और मा हिंगलाज का आशीर्वाद प्राप्त करते है ...माँ हिंगलाज के दर्शन करने वाले भक्तो की माता हर मनोकामना पूरी करती हैं ...
मन्दिर में स्वमम्भू माँ हिंगलाज के अलावा श्री गणेश ,माँ सरस्वती, माँ लक्ष्मी , भैरोदेव , माता शीतला , माँ काली सहित भव्य संकट मोचन हनुमान प्रतिमा एवं राधा कृष्ण के साथ शनिदेव मन्दिर परिसर में स्थापित है ....
वेकोलि प्रबंधन और मन्दिर समिति के प्रयासों से हिंगलाज मन्दिर की भव्यता निरंतर बढ़ रही है..चैत्र एवं शारदेय नवरात्र में लगभग 4, हजार 500 सौ मनोकामना अखण्ड ज्योति कलश रखे जाते है ...जो प्रदेश का ऐसा मन्दिर है जहाँ इतनी बड़ी संख्या में मनोकामना ज्योति कलश रखे जाते है .... सुबह शाम डोल नगांडो की थाप पर मा की होने वाली आरती में हजारो की संख्या में श्रद्धालु पहुँचते है ..नवरात्र पर सुबह से ही माता के दर्शन के लिए बडी संख्या में भक्तो का ताता लगा रहता है...वही मन्दिर समिति की ओर से विशाल भंडारा में हजारों की संख्या में श्रद्धालु भोजन प्रसाद ग्रहण करते है ...Conclusion:
Last Updated : Oct 7, 2019, 10:44 AM IST
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