छतरपुर। अभिनेता अक्षय कुमार की फिल्म स्पेशल 26 की तर्ज पर छह आरोपियों ने लूट की घटना को अंजाम दिया है, जिन्हें पुलिस ने बुलंदशहर, दिल्ली, भोपाल, झांसी से गिरफ्तार किया है, ये सभी आरोपी नकली सीबीआई अफसर बन दिनदहाड़े वारदात को अंजाम दिए थे. पीड़ित निखिल बंसल डायरेक्टर जैकपिन बैबरिज डिस्टिलरी लिमिटेड ने थाना नौगांव में लूट की शिकायत दर्ज कराई, जिसमें बताया कि 06/08/21 की सुबह करीब 08 बजे 05-06 लोग फैक्ट्री में पहुंचे और खुद को सीबीआई अधिकारी बताया और साल 2020 में अलीगढ़ में हुए जहरीली शराब कांड की जांच के लिए समन भेजने पर हाजिर नहीं होने के चलते जांच के लिए डिस्टिलरी पहुंचना बताया.
आरोपियों ने गार्डों को एकतरफ लाइन में खड़ा करा दिया, आरोपियों में से दो जिनमें एक सब इंस्पेक्टर की वर्दी में पिस्टल लगाये था तथा दूसरा आरक्षक की वर्दी में था, इसके अलावा साधारण कपड़े पहने व्यक्ति के पास भी पिस्टल थी, जो बाहर से दिख रही थी. पीड़ित ने उनसे पूछा तो दोनों में काफी बहस हुई, पीड़ित ने बताया कि उसकी सप्लाई यूपी में नहीं है तो उसकी जांच के लिए कैसे यहां आ गए, बाद में सेटलमेंट का दबाव बनाने लगे, नहीं मानने पर आरोपियों ने उसके और मैनेजर राजीव मित्तल के सीने पर पिस्टल तान दी और दराज में रखे दो लाख रुपए लेकर फरार हो गए, जबकि जाते हुए सीसीटीवी की डीवी भी निकाल ले गए.
फरियादी की रिपोर्ट पर नौगांव पुलिस ने 6 आरोपियों के विरुद्ध मामला पंजीबद्ध कर तलाश शुरू कर दी, जिसके बाद आरोपी धमेन्द्र कुमार पिता सागरराम बाल्मीकि उम्र 45 वर्ष निवासी ग्राम सेहरा थाना बीबी नगर जिला बुलन्दशहर उप्र, देवेन्द्र कुमार पिता स्व. नेमचन्द्र जुलाहा उम्र 44 वर्ष निवासी ग्राम झूलझूली तहसील साउथ बेस्ट दिल्ली, अविनाश कुमार पिता लक्ष्मीनारायण मौर्या उम्र 40 वर्ष निवासी ग्राम झूलझूली पोस्ट घुम्मन ऐडा तहसील साउथ बेस्ट दिल्ली, बुद्धराम पिता बाबूराम गुर्जर उम्र 44 वर्ष निवासी ग्राम जौनापुर नई दिल्ली, सिद्धपाल सिंह भदौरिया पिता धर्मपाल सिंह भदौरिया उम्र 42 वर्ष निवासी 515, रोहित नगर ई-8 भोपाल मप्र, देवेन्द्र सिंह पायक पिता रूप सिंह पायक उम्र 39 वर्ष निवासी नई बस्ती मऊरानीपुर जिला झांसी उप्र को गिरफ्तार किया है.
गिरफ्तार आरोपियों के पास से 2 कार, 3 वर्दी, दो पिस्टल एवं कुछ जिंदा कारतूस सहित सीबीआई अधिकारी बनने के फर्जी दस्तावेज भी मिले हैं, पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, कोर्ट ने उन्हें जेल भेज दिया है. इस मामले की जांच अभी भी की जा रही है, यह एक अंतरराज्यीय गिरोह है, जो फर्जी सीबीआई अधिकारी बन लोगों को ठगता है.
सचिन शर्मा, एसपी, छतरपुर