छतरपुर। विश्व पर्यटन नगरी खजुराहो से लगभग 10 किलोमीटर दूर बमीठा में खदान धंसने से युवक की मौत का मामला सामने आया है. युवक बेनिसागर डैम के पास खदान में मुरम निकाल रहा था. खदान ज्यादा खोखली होने के चलते खदान धस गई, जिसकी चपेट में युवक आ गया. मृतक का नाम आशी पटेल था, जो सद्दुपुरा का निवासी था. जानकारी लगते ही आसपास के लोगों ने खदान की मुरम हटाई, लेकिन तब तक उसकी मौत हो गई थी. परिजनों द्वारा शव को बमीठा थाना लाया गया, जहां से थाना प्रभारी ने पोस्टमार्टम के लिए राजनगर भेज दिया.
खदान धंसने से युवक की मौत, पुलिस मामले की जांच में जुटी - बमीठा थाना
छतरपुर में खदान धंसने से युवक की मौत हो गई. जानकारी लगते ही स्थानीय लोगों ने खदान की मुरम हटाई, लेकिन तब तक युवक की मौत हो गई.
छतरपुर। विश्व पर्यटन नगरी खजुराहो से लगभग 10 किलोमीटर दूर बमीठा में खदान धंसने से युवक की मौत का मामला सामने आया है. युवक बेनिसागर डैम के पास खदान में मुरम निकाल रहा था. खदान ज्यादा खोखली होने के चलते खदान धस गई, जिसकी चपेट में युवक आ गया. मृतक का नाम आशी पटेल था, जो सद्दुपुरा का निवासी था. जानकारी लगते ही आसपास के लोगों ने खदान की मुरम हटाई, लेकिन तब तक उसकी मौत हो गई थी. परिजनों द्वारा शव को बमीठा थाना लाया गया, जहां से थाना प्रभारी ने पोस्टमार्टम के लिए राजनगर भेज दिया.
विश्व पर्यटन नगरी खजुराहो से लगभग 10 किलोमीटर दूरी पर स्थित बमीठा--में जहाँ-खदान धसने से युबक की मौत बमीठा थाना अंतर्गत सद्दुपुरा निवासी आशी पटेल पिता दमरु पटेल उम्र 45 वर्ष की मोत की घटना सामने आई है बेनिसागर डेम के पास बनी तलैया के पास आज आशी पटेल खदान में मुरम निकाल रहा था खदान ज्यादा खोखली होने के कारण खदान धस गई जिसकी चपेट में आशी पटेल आ गया गांव के लोगो को जैसे ही जानकारी लगी तो लोगो ने खदान की मुरम हटाई जब तक आशी पटेल की मौत हो गई थी परिजन गांव वालो के साथ लाश को बमीठा थाना लाए जिसको बमीठा थाना प्रभारी ने लाश का पंचनामा करके पोस्टमार्टम के लिए राजनगर भेज दियाConclusion:आशी पटेल खदान में मुरम निकाल रहा था खदान ज्यादा खोखली होने के कारण खदान धस गई जिसकी चपेट में आशी पटेल आ गया गांव के लोगो को जैसे ही जानकारी लगी तो लोगो ने खदान की मुरम हटाई जब तक आशी पटेल की मौत हो गई थी परिजन गांव वालो के साथ लाश को बमीठा थाना लाए जिसको बमीठा थाना प्रभारी ने लाश का पंचनामा करके पोस्टमार्टम के लिए राजनगर भेज दिया