बुरहानपुर। आरटीआई कार्यकर्ता द्वारा मांगी गई कर्मचारियों और अधिकारियों संबंधित जानकारी तय समय सीमा में नहीं दी गई, जिससे नाराज आरटीआई कार्यकर्ता ने सिविल सर्जन डॉ शकील अहमद खान से बाबू की शिकायत की है.
इससे पहले भी आरटीआई कानून की धज्जियां उड़ाई जाती रही हैं. बावजूद इसके अधिकारी इसको लेकर गंभीर नहीं है. बाबूओं की मनमानी के चलते आरटीआई कार्यकर्ता कार्यालय के चक्कर काटने को मजबूर हैं. वहीं मामला डॉ शकील अहमद खान के संज्ञान में आने के बाद उन्होंने जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की बात कही है.