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शिवाजी महाराज की प्रतिमा का अनावरण, महापौर ने दिखाए करतब

बुरहानपुर में सांसद नंदकुमार सिंह चौहान, विधायक सुरेंद्र सिंह और महापौर अनिल भोसले द्वारा प्रदेश की सबसे ऊंची छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा का अनावरण किया गया.

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शिवाजी महाराज की प्रतिमा का अनावरण
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Published : Jan 5, 2020, 8:58 AM IST

बुरहानपुर। इंदौर-इच्छापुर राजमार्ग स्थित ताप्ती नदी के बड़े पुल के पास प्रदेश की सबसे ऊंची छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा का अनावरण किया गया. अनावरण कार्यक्रम में सांसद नंदकुमार सिंह चौहान, विधायक सुरेंद्र सिंह और महापौर अनिल भोसले ने क्रेन में चढ़कर प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. इस दौरान महापौर अनिल भोसले ने तलवार हाथों में लेकर करतब दिखाए.

शिवाजी महाराज की प्रतिमा का अनावरण


महापौर अनिल भोसले ने कहा कि प्रतिमा स्थापित करने में बहुत सी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा. इस दौरान अधिकारियों पर कई तरह के राजनीतिक दबाव आए. यहां तक कि उन्हे 3- 3 घंटे एसडीएम के कार्यालय में अनुमति के लिए बैठना पड़ा. निगम के अधिकारियों पर प्रतिमा के रुपए वापस करने के लिए भी दबाव बनाया गया.


सांसद नंदकुमार सिंह चौहान ने बताया कि आज का दिन बुरहानपुर के लिए स्वर्णिम दिन है. शिवाजी महाराज को जाणता राजा भी कहा जाता है. जाणता राजा का मतलब होता है भूत भविष्य की जानकारी रखने वाला. उस समय के दौर में शिवाजी महाराज कल क्या होने वाला है. उसकी घोषणा कर देते थे. इसलिए उन्हें जाणता राजा कहा जाता था. शिवाजी महाराज ने सभी धर्मों का सम्मान किया है.

बुरहानपुर। इंदौर-इच्छापुर राजमार्ग स्थित ताप्ती नदी के बड़े पुल के पास प्रदेश की सबसे ऊंची छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा का अनावरण किया गया. अनावरण कार्यक्रम में सांसद नंदकुमार सिंह चौहान, विधायक सुरेंद्र सिंह और महापौर अनिल भोसले ने क्रेन में चढ़कर प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. इस दौरान महापौर अनिल भोसले ने तलवार हाथों में लेकर करतब दिखाए.

शिवाजी महाराज की प्रतिमा का अनावरण


महापौर अनिल भोसले ने कहा कि प्रतिमा स्थापित करने में बहुत सी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा. इस दौरान अधिकारियों पर कई तरह के राजनीतिक दबाव आए. यहां तक कि उन्हे 3- 3 घंटे एसडीएम के कार्यालय में अनुमति के लिए बैठना पड़ा. निगम के अधिकारियों पर प्रतिमा के रुपए वापस करने के लिए भी दबाव बनाया गया.


सांसद नंदकुमार सिंह चौहान ने बताया कि आज का दिन बुरहानपुर के लिए स्वर्णिम दिन है. शिवाजी महाराज को जाणता राजा भी कहा जाता है. जाणता राजा का मतलब होता है भूत भविष्य की जानकारी रखने वाला. उस समय के दौर में शिवाजी महाराज कल क्या होने वाला है. उसकी घोषणा कर देते थे. इसलिए उन्हें जाणता राजा कहा जाता था. शिवाजी महाराज ने सभी धर्मों का सम्मान किया है.

Intro:बुरहानपुर। इंदौर-इच्छापुर राजमार्ग स्थित सूर्यपुत्री माँ ताप्ती नदी के बड़े पुल के समीप प्रदेश की सबसे ऊंची छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा का अनावरण किया गया, जिसमें सांसद नंदकुमार सिंह चौहान, विधायक सुरेंद्र सिंह, और महापौर अनिल भोसले ने क्रेन में चढ़कर प्रतिमा पर माल्यार्पण किया, इस दौरान महापौर अनिल भोसले ने तलवार हाथों में लेकर करतब दिखाए, जहां महापौर के करतब देखने के लिए भारी संख्या में लोग जमा हो गए।


Body:महापौर अनिल भोसले ने कहा कि प्रतिमा स्थापित करने में बहुत सी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, इस दौरान अधिकारियों पर कई तरह के राजनीतिक दबाव आए, यहां तक कि मुझे 3- 3 घंटे एसडीएम के कार्यालय में अनुमति के लिए बैठना पड़ा, निगम के अधिकारियों पर प्रतिमा के रुपए वापस करने के लिए भी दबाव बनाया गया, लेकिन उन्होंने मेरा साथ दिया इसलिए मैंने उन्हें मंच पर बुलाकर सम्मान दिया।


Conclusion:सांसद नंदकुमार सिंह चौहान ने बताया कि आज का दिन बुरहानपुर के लिए स्वर्णिम दिन है, शिवाजी महाराज को जाणता राजा भी कहा जाता है, जाणता राजा का मतलब होता है भूत भविष्य की जानकारी रखने वाला, उस समय के दौर में शिवाजी महाराज कल क्या होने वाला है उसकी घोषणा कर देते थे, इसलिए उन्हें जाणता राजा कहा जाता था, शिवाजी महाराज ने सभी धर्मों का सम्मान किया है।

बाईट 01:- नंदकुमार सिंह चौहान, सांसद।
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