भोपाल। भेल टाउनशिप के सभी 14 बाजारों की 1420 दुकानों का किराया बढ़ाने का मामला अब दिल्ली पहुंच गया है. मंत्री विश्वास सारंग ने इस मामले मे दुकानों को नगरनिगम को सौंपने सहित किराया के मामले में भारी उद्योग एवं सार्वजनिक उद्यम मंत्री प्रकाश जावड़ेकर बातचीत की है.
प्रकाश जावड़ेकर से हस्तक्षेप की अपील
कोरोना के कारण घाटे से जूझ रही देश की महारत्न कंपनी भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (भेल) की भोपाल इकाई किराया बढ़ा कर घाटे की पूर्ति करना चाहती है, लेकिन इसका व्यापारी विरोधकर रहे हैं, जिसके बाद भोपाल से नरेला विधायक सहित शिक्षा एवं चिकित्सा मंत्री ने भारी उद्योग एवं सार्वजनिक उद्यम मंत्री प्रकाश जावड़ेकर से मुलाकात कर अनुबंध प्रक्रिया के अंतर्गत किराया लेने और दुकानों का आधिपत्य भेल से लेकर नगर निगम या हाउसिंग बोर्ड के सुपुर्द करने की मांग रखी.
नई शॉप पालिसी के मुताबिक बढ़ा हुआ किराया करोड़ों में हो गया है. ऐसे में भेल प्रशासन के लिए बढ़ा हुआ किराया वसूलना मुश्किल होता जा रहा है, अब इसका व्यापारी भी विरोध कर रहे हैं. बता दें भोपाल में भेल टाउनशिप के सभी 14 बाजारों की 1420 दुकानों का किराया बढ़ा कर पांच गुना से भी अधिक दिया गया था. इसके बाद से नई शॉप पॉलिसी का भेल व्यापारी महासंघ ने विरोध करना शुरू कर दिया था.
पहले भेल टाउनशिप में 22 हजार भेल कर्मचारी व उनके परिवार के सदस्य रहते थे. अब तीन हजार के करीब ही कर्मचारी व उनके सदस्य रहते हैं.
व्यापारी कर रहे विरोध
व्यापारियों का कहना यही कि नई शॉप पॉलिसी में बहुत अधिक किराया बढ़ाया गया है, जो उचित नहीं है. दुकानों का किराया छह से 18 हजार रुपये तक हो गया है. टाउनशिप में अब पहले जैसी आबादी नहीं है. इस वजह से दुकानदारों का कारोबार कम हो गया और आमदनी भी घट गई है. ऐसे में बढ़ा हुआ किराया देना मुश्किल है.