भोपाल। राजधानी भोपाल के ट्रूबा कॉलेज में सुबह के समय छात्रों का खासा हंगामा हो गया. यहां NST और CET का एग्जाम होना था लेकिन कॉलेज को सेंटर बनाए जाने की जानकारी कॉलेज प्रबंधन को ही नहीं थी. जिसके बाद स्टूडेंट्स को यहां प्रवेश नहीं दिया गया और उन्होंने खासा हंगामा कर दिया. NST सिटी के कॉन्पिटिटिव एग्जाम के लिए मंगलवार को परीक्षाएं आयोजित की गई थी. इन परीक्षाओं के लिए भोपाल के ट्रूबा कॉलेज को भी सेंटर बनाया गया था. लेकिन यहां पहुंचे स्टूडेंट्स को कॉलेज के अंदर ही प्रवेश नहीं दिया गया जिसके चलते खासा हंगामा हो गया.
छात्रों के भविष्य से खिलवाड़: एग्जाम देने खरगोन से आई अनन्या उपाध्याय ने बताया कि वह जब आई थी तो उन्हें यह कहते हुए रोक दिया गया कि इस कॉलेज को सेंटर ही नहीं बनाया गया है जबकि उनके पास मौजूद रोल नंबर में कॉलेज को ही सेंटर दर्शाया गया था. ऐसे में अनन्या ने आरोप लगाते हुए कहा कि उनके भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है इसका जिम्मेदार कौन है. क्योंकि यह एग्जाम साल में एक बार ही होता है ऐसे में वह इस एग्जाम से वंचित रह जाएंगी, इसका जिम्मेदारी किसकी होगी.
कॉलेज को जानकीर नहीं: दरअसल सुबह 9:00 बजे इस एग्जाम को होना था जिसके लिए 7:30 तक यहां बच्चों को मौजूद रहना था. बावजूद इसके जब बच्चे यहां पहुंचे तो उसके बाद भी इन्हें प्रवेश नहीं दिया गया,. जबकि दूसरे सेंटरों पर यह परीक्षाएं शुरू हो गई थी और कॉलेज प्रबंधन को एग्जाम की जानकारी ही नहीं थी. इस बारे में कॉलेज में प्रबंधन की ओर से कोई भी जानकारी देने को तैयार नहीं था, कि आखिर एग्जाम क्यों नहीं कराया गया और सैकड़ों की संख्या में बच्चे कॉलेज के बाहर ही बिना एग्जाम दिए मौजूद रहे और हंगामा करते रहे.
भुगतान नहीं, एग्जाम नहीं: वहीं दूसरी ओर यह भी जानकारी सामने आई कि कॉलेज में महाराष्ट्र के जिस कॉन्पिटिटिव एग्जाम के लिए छात्रों को बुलाया गया था. उसका एग्जाम कंप्यूटर लैब में होना था और इस एग्जाम की कॉलेज को मिलने वाली फीस का भुगतान है नहीं हुआ था. जिस वजह से कॉलेज प्रबंधन ने छात्रों को एग्जाम नहीं दिलवाने का फैसला लिया. ऐसे में कॉलेज प्रबंधन और संबंधित एग्जाम कराने वाली कंपनी के बीच सामंजस नहीं होने का खामियाजा छात्रों को भुगतना पड़ा.