भोपाल। सीधी कांड में आया नया ट्विस्ट हिंदी फिल्मों के क्लाइमेक्स को भी मात दे गया. सीधी मामले की फिल्म को जब द एंड पर ले जाने की कोशिश हो रही थी तब ये सवाल खड़ा हो रहा है कि सीएम शिवराज ने सीधी कांड के पीड़ित बतौर जिसके पैर धुला दिए, क्या वो पीड़ित दशरत रावत नहीं था. ये सवाल इसलिए उठा कि सोशल मीडिया पर अब सीधी कांड का असली नकली पीड़ित नाम से नया बवाल खड़ा हो गया है. अंतर पहचानों की तर्ज पर सोशल मीडिया पर दो तस्वीरें चल रही है. इस दावे के साथ कि असल पीड़ित और मुआवजा पाने वाले पीड़ित में उम्र से लेकर रंग रुप तक में भारी अंतर है.
कांग्रेस ने पूछा सीएम से सवाल: हालांकि इस बात की पुष्टि अभी तक नहीं हो पाई है. कांग्रेस ने तो इतने पर ही मुद्दा बना लिया है और पूछा है कि क्या सीएम शिवराज ने किसी और के पांव धो लिये. असली पीड़ित क्या लापता है. असल में असली नकली का ये विवाद इस मामले के फिलहाल अधिकृत पीड़ित दशमत रावत के उस बयान के बाद बढ़ा, जिसमें उन्होंने कहा कि मेरे साथ इस तरह की घटना हुई ही नहीं है.
सीधी कांड असली पीड़ित कौन: सीधी कांड पर सियासी नौटंकियों के बाद अब नया विवाद खड़ा हो गया है. विवाद ये कि असली पीड़िता कौन है. ये देश भर में सुर्खियों में आए सीधी कांड में आया नया टविस्ट है. अब सोशल मीडिया पर ये दावा किया जा रहा है कि इस प्रवेश शुक्ला ने जिस शख्स पर पेशाब की थी और बाद में जिसे सीएम शिवराज ने अपने आवास पर बुलाकर जिसके पांव पखारे. ये दोनों ही आदमी अलग-अलग है. कांग्रेस ने तो इसे हाथों हाथ मुददा बनाया और ट्वीट भी कर दिया. सीधी पेशाब कांड में बड़ा खुलासा शिवराज ने किसी और के पांव धोने की नौटंकी की. असली पीड़ित क्या कहीं लापता है. शिवराज जी इतना बड़ा षड़यंत्र मध्यप्रदेश आपको माफ नहीं करेगा.
सीधी मामला आरोपी में अंतर पहचानिए: सीधी मामले को लेकर अब जो नया विवाद चला है. उसमें सोशल मीडिया पर बाकायदा घटना के दौरान की और सीएम शिवराज के पीड़ित के पैर धुलवाने की तस्वीर वायरल की जा रही है. इस सवाल के साथ कि इन दोनों तस्वीरों में अंतर पहचानिए. सोशल मीडिया पर यूजर्स दावा कर रहे हैं कि असल में पीड़ित और पैर धुलवाने जिसे सीएम हाउस भेजा गया दोनों अलग अलग हैं. कहा ये जा रहा है कि तस्वीर में पीड़ित की उम्र 18 बरस के करीब दिखती है, जबकि जिसके पैर धुरवाए गए वो अधेड़ मालूम होता है. इसी तरह से दोनों के बालों में भी अंतर है, जो घटना के वीडियो में है, उस पीड़ित के बाल पूरी तरह घुंघराले हैं. जो सीएम से मिलने पहुंचा उस आदिवासी के बाल सीधे और सफेद हैं.
वीडी शर्मा का खुलासा घटना कमलनाथ सरकार के समय की: अब सीधी मामले में एक और ट्विस्ट घटना के समय को लेकर आया है. प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा ने इस मामले में नया खुलासा करते हुए कहा है कि मुझे जो प्रारंभिक जानकारी मिली है, ये कमलनाथ सरकार के समय का वीडियो है. 2019-20. वीडी शर्मा ने कहा कि जिस तरह के हथकंडे अपना करके समाज में फैलाया जा रहा है. ये एमपी में किसी कीमत पर नहीं होने दिया जाएगा.