भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा में मत विभाजन से बीजेपी को झटका देने वाली कमलनाथ सरकार पर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने निशाना साधते हुए कहा कि सदन में लोकतंत्र का गला घोटा गया है, जिस विधेयक पर विपक्ष का कोई विरोध ही नहीं था उस पर सरकार ने मत विभाजन करा कर हास्यास्पद स्थिति पैदा की, उन्होंने कहा कि जो सरकार डरी रहती है वह खुद को मजबूत दिखाने की कोशिश करती है और यही कांग्रेस सरकार ने दिखाया है. वहीं शिवराज सिंह ने बीजेपी विधायकों द्वारा सत्ता पक्ष को समर्थन देने के मामले में कुछ भी नहीं कहा.
पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि सरकार किसानों पर चर्चा कराने से बचने की कोशिश करती रही. हालांकि जब शिवराज सिंह से बीजेपी के 2 विधायकों द्वारा समर्थन दिए जाने का सवाल किया गया तो वे सवाल को टाल गए. नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने मत विभाजन के दौरान फर्जी साइन किए हैं, जिसकी वे राज्यपाल से जांच की मांग करेंगे. बीजेपी विधायकों द्वारा समर्थन दिए जाने के सवाल पर गोपाल भार्गव ने कहा कि उन पर क्या कार्रवाई करनी है इस पर बाद में विचार किया जाएगा.
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस सरकार कर्नाटक एपिसोड से डरी हुई थी. विधेयक पर पक्ष और विपक्ष दोनों सहमत थे बीजेपी का विधायक पर कोई विरोध भी नहीं था पूरी पार्टी विधेयक पर सरकार को समर्थन दे रही थी, इसके बाद भी मत विभाजन कराया गया, जिससे सदन में हास्यास्पद स्थिति बनी. कांग्रेस ने इस तरह मत विभाजन करा कर लोकतंत्र का गला घोटने का काम किया है.