भोपाल। कांग्रेस नेता और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह द्वारा पुलवामा आतंकी हमले को दुर्घटना बताने पर एक बार फिर से विवाद गर्मा गया है. उनके इस बयान पर बीजेपी के नेताओं की तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है.
केन्द्रीय मंत्री वीके सिंह ने कहा कि मैं बड़े सम्मान के साथ पूछना चाहता हूं कि राजीव गांधी की हत्या एक दुर्घटना थी या आतंकवादी घटना? वहीं दिग्विजय सिंह के बयान पर केन्द्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा है कि 'कांग्रेस को क्या हो गया है, देश की जनभावना से एकदम उल्टी बात करते हैं. सेना की जानकारी को झुठला रहे हैं. ऐसा किसी लोकतांत्रिक देश में नहीं होता, जहां सेना पर ही अविश्वास दर्शाया जाता है.
वहीं इस मामले में बीजेपी विधायक और प्रदेश उपाध्यक्ष रामेश्वर शर्मा ने कहा कि दिग्विजय सिंह कांग्रेस के महासचिव नहीं, बल्कि आतंकी संगठन जैसे मोहम्मद के महासचिव हैं. उन्होंने यह भी कहा कि दिग्विजय सिंह हमेशा से आतंकवादियों का समर्थन करते आए हैं चाहे मुंबई 26/11 हमला हो या बाटला हाउस एनकाउंटर, इसलिए दिग्विजय सिंह के पिछले 10 से 12 साल के क्रियाकलापों की जांच होनी चाहिए. और दिग्विजय सिंह के खिलाफ राष्ट्रद्रोह का मुकदमा दर्ज होना चाहिए. इसके साथ ही रामेश्वर शर्मा ने केंद्र सरकार से मांग करते हुए कहा है कि दिग्विजय सिंह की जांच कर यह पता लगाना चाहिए कि कहीं इनके आईएसआई से संबंध तो नहीं है. वहीं शर्मा ने राहुल गांधी से भी मांग की है कि दिग्विजय सिंह को पार्टी से बाहर निकाला जाए. उन्होंने कहा कि अगर ऐसा नहीं होता है तो यह साफ हो जाएगा कि कांग्रेस पार्टी आतंकवाद का समर्थन करती है.
गौरतलब है कि कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने पुलवामा आतंकी हमले को दुर्घटना बताया था, उन्होंने जैश ए मोहम्मद के आतंकी कैंप पर भारतीय वायुसेना के हमले को लेकर ट्वीट में लिखा कि पुलवामा 'दुर्घटना' के बाद हमारी वायु सेना द्वारा की गई एयर स्ट्राइक के बाद कुछ विदेशी मीडिया में संदेह पैदा किया जा रहा है, जिससे हमारी भारत सरकार की विश्वसनीयता पर भी प्रश्न चिह्न लग रहा है. इसके बाद ही दिग्विजय सिंह ने दूसरा ट्वीट करते हुए लिखा कि 'हमें हमारी सेना पर, उनकी बहादुरी पर गर्व है और सम्पूर्ण विश्वास है. सेना में मेरे अनेकों परिचित और निकट के रिश्तेदारों को मैंने देखा है कि किस प्रकार वे अपने परिवारों को छोड़ कर हमारी सुरक्षा करते हैं. हम उनका सम्मान करते हैं, लेकिन पुलवामा दुर्घटना के बाद हमारी वायु सेना द्वारा की गई 'एयर स्ट्राइक' के बाद कुछ विदेशी मीडिया में संदेह पैदा किया जा रहा है, जिससे हमारी भारत सरकार की विश्वसनीयता पर भी प्रश्न चिह्न लग रहा है.