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MP Politics On Ramvan Path रामवन पथ गमन पर सियासत फिर तेज, सिद्धा पहाड़ के खनन पर रोक का क्रेडिट लेने की होड़ - BJP not take risk in Vindhya

सतना जिले के चित्रकूट में सिद्धा पहाड़ी पर खनन रुकने का क्रेडिट लेने की सियासी होड़ शुरू हो गई है. एक तरफ बीजेपी विधायक नारायण त्रिपाठी विंध्य प्रदेश को बनाने के लिए शिवराज सरकार के सामने मुश्किलें खड़ी करते रहे हैं, वहीं त्रिपाठी ने इस मामले की शिकायत पीएम मोदी से भी कर डाली. इस मामले को लेकर बीजेपी और कांग्रेस आमने-सामने है. दोनों दलों की नजरें विंध्य क्षेत्र के वोटर्स पर हैं. इसके अलावा कांग्रेस और विशेषकर कमलनाथ बीजेपी को राम के नाम पर बैकफुट पर लाना चाहती है. Politics again on Ramvan path, competition credit Siddha mountain, Siddha pahad mining Lease, Siddha mining Lease cancel

रामवन पथ गमन और सियासत
रामवन पथ गमन और सियासत
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Published : Sep 2, 2022, 4:33 PM IST

Updated : Sep 2, 2022, 6:43 PM IST

भोपाल। सिद्धा पहाड़ी से भगवान राम वनवास के दौरान यहां से गुजरे. कांग्रेस ने विंध्य में रामवन गमन पथ के लिए बजट दिया. शिवराज सरकार पर रामवन पथ गमन की अनदेखी के आरोप भी लगाए. एक बार फिर राम के ठहरने और गुजरने के रास्ते पर सियासी उबाल शुरू हो गया है. चित्रकूट के पास सिद्धा पहाड़ी का नाता भगवान राम से है. यहां पर बीजेपी सरकार ने खनन की अनुमति दे दी. खनन का महीने भर से विरोध हो रहा है. विरोध के चलते शिवराज सरकार को बैकफुट पर आना पड़ा और खनन पर रोक लगानी पड़ी.

  • सिद्धा पहाड़, सतना जैसे अमूल्य सांस्कृतिक धरोहर स्थान जो हमारे आस्था और श्रद्धा के केंद्र हैं, यहां की पवित्रता को अक्षुण्य रखा जाएगा । यहां उत्खनन किसी कीमत पर नहीं होगा। सतना जिला प्रशासन को निर्देश दे दिए गए है।

    — Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) September 2, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

खनन बंद, सियासत शुरू : सिद्धा पहाड़ पर खनन को रोके जाने के सीएम शिवराज के आदेश पर सियासत भी शुरू हो गई है. पूर्व सीएम कमलनाथ कह रहे हैं कि उन्होंने आवाज उठाई. जिस पर सरकार को खनन की अनुमति देने के बावजूद बैकफुट पर आना पड़ा. वहीं सीएम शिवराज सिंह ने बढ़ते बवाल के बीच खनन रोकने के आदेश देकर विंध्य की जनता को संदेश दिया कि यदि राम की आस्था के साथ कोई खिलवाड़ होती है और उनके यदि संज्ञान में आता है तो वे इससे समझौता कभी नहीं करते.

  • खुद को धर्मप्रेमी बताने वाली शिवराज सरकार अपने व्यावसायिक हितों के लिये लगातार धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ वाले निर्णय लेती आयी है।

    — Kamal Nath (@OfficeOfKNath) August 31, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

कमलनाथ ने किया था ट्वीट : कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष ने दो दिन पहले ट्वीट कर सिद्धा पहाड़ी का मामला उठाया था. कमलनाथ ने बीजेपी को घेरते हुए कहा था कि राम के नाम को राजनीति के लिए उपयोग करने वाली बीजेपी सरकार श्रीराम के अवशेषों को सुनियोजित तरीके से नष्ट करने का काम कर रही है. वहीं इस पहाड़ी पर खनन की अनुमति दिए जाने के बाद बीजेपी के विधायक नारायण त्रिपाठी ने भी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए सीधे पीएम मोदी को पत्र लिख दिया.

  • भगवान राम के नाम का राजनीति के लिये उपयोग करने वाली भाजपा सरकार अब उनके अवशेषों को सुनियोजित तरीक़े से नष्ट करने का काम कर रही है।

    — Kamal Nath (@OfficeOfKNath) August 31, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

विंध्य में खतरा मोल नहीं लेगी बीजेपी : विंध्य में ब्राह्मण समाज का दबदबा है. सतना जिले की सिद्धा पहाड़ी भगवान श्रीराम से नाता रखती है. ऐसे में इस मामले को भुनाने में सबसे पहले नारायण त्रिपाठी, फिर कांग्रेस भी मैदान में कूद पड़ी. मामले ने तूल पकड़ा और बीजेपी सरकार को अपना आदेश वापस लेना पड़ा. सीएम शिवराज भी इस बढ़ते मामले को भांप गए. सरकार फिलहाल ऐसा कोई खतरा मोल नहीं लेगी. जिससे उसके वोट बैक को नुकसान हो. विंध्य में बीजेपी को अच्छी खासी सीटें मिली हैं. इस वक्त जब अगले साल के आखिर में विधानसभा चुनाव हैं तो शिवराज सिंह ने बिना देर किए फौरन ट्वीट कर खनन पर रोक लगा दी.

  • कांग्रेस इस पर चुप नहीं बैठेगी , जन आस्थाओं के विरोधी इस निर्णय के विरोध में हम सड़क से सदन तक लड़ाई लड़ेंगे और भगवान श्री राम की यादों से जुड़े इस पहाड़ को नष्ट व ख़त्म नहीं होने देंगे।

    — Kamal Nath (@OfficeOfKNath) August 31, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

Siddha Pahad Mining सीएम शिवराज का बड़ा फैसला, सिद्धा पहाड़ पर नहीं होगा खनन, कांग्रेस बोली सत्य की जीत हुई

अब विधायक नारायण त्रिपाठी करेंगे करेंगे पदयात्रा : खनन पर रोक लगाने के बाद भी बीजेपी विधायक नारायण त्रिपाठी पूरे देश के साधु -संतो से गुजारिश कर रहे हैं कि 27 सितंबर से वे पदयात्रा कर रहे हैं. 30 सितंबर को साधु- संतो का समागम भी कराने जा रहे हैं , जिसमें ये मांग रखी जाएगी कि चित्रकूट से लगे इस पहाड़ को धरोहर के रूप में संरक्षित किया जाए .

भोपाल। सिद्धा पहाड़ी से भगवान राम वनवास के दौरान यहां से गुजरे. कांग्रेस ने विंध्य में रामवन गमन पथ के लिए बजट दिया. शिवराज सरकार पर रामवन पथ गमन की अनदेखी के आरोप भी लगाए. एक बार फिर राम के ठहरने और गुजरने के रास्ते पर सियासी उबाल शुरू हो गया है. चित्रकूट के पास सिद्धा पहाड़ी का नाता भगवान राम से है. यहां पर बीजेपी सरकार ने खनन की अनुमति दे दी. खनन का महीने भर से विरोध हो रहा है. विरोध के चलते शिवराज सरकार को बैकफुट पर आना पड़ा और खनन पर रोक लगानी पड़ी.

  • सिद्धा पहाड़, सतना जैसे अमूल्य सांस्कृतिक धरोहर स्थान जो हमारे आस्था और श्रद्धा के केंद्र हैं, यहां की पवित्रता को अक्षुण्य रखा जाएगा । यहां उत्खनन किसी कीमत पर नहीं होगा। सतना जिला प्रशासन को निर्देश दे दिए गए है।

    — Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) September 2, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

खनन बंद, सियासत शुरू : सिद्धा पहाड़ पर खनन को रोके जाने के सीएम शिवराज के आदेश पर सियासत भी शुरू हो गई है. पूर्व सीएम कमलनाथ कह रहे हैं कि उन्होंने आवाज उठाई. जिस पर सरकार को खनन की अनुमति देने के बावजूद बैकफुट पर आना पड़ा. वहीं सीएम शिवराज सिंह ने बढ़ते बवाल के बीच खनन रोकने के आदेश देकर विंध्य की जनता को संदेश दिया कि यदि राम की आस्था के साथ कोई खिलवाड़ होती है और उनके यदि संज्ञान में आता है तो वे इससे समझौता कभी नहीं करते.

  • खुद को धर्मप्रेमी बताने वाली शिवराज सरकार अपने व्यावसायिक हितों के लिये लगातार धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ वाले निर्णय लेती आयी है।

    — Kamal Nath (@OfficeOfKNath) August 31, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

कमलनाथ ने किया था ट्वीट : कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष ने दो दिन पहले ट्वीट कर सिद्धा पहाड़ी का मामला उठाया था. कमलनाथ ने बीजेपी को घेरते हुए कहा था कि राम के नाम को राजनीति के लिए उपयोग करने वाली बीजेपी सरकार श्रीराम के अवशेषों को सुनियोजित तरीके से नष्ट करने का काम कर रही है. वहीं इस पहाड़ी पर खनन की अनुमति दिए जाने के बाद बीजेपी के विधायक नारायण त्रिपाठी ने भी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए सीधे पीएम मोदी को पत्र लिख दिया.

  • भगवान राम के नाम का राजनीति के लिये उपयोग करने वाली भाजपा सरकार अब उनके अवशेषों को सुनियोजित तरीक़े से नष्ट करने का काम कर रही है।

    — Kamal Nath (@OfficeOfKNath) August 31, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

विंध्य में खतरा मोल नहीं लेगी बीजेपी : विंध्य में ब्राह्मण समाज का दबदबा है. सतना जिले की सिद्धा पहाड़ी भगवान श्रीराम से नाता रखती है. ऐसे में इस मामले को भुनाने में सबसे पहले नारायण त्रिपाठी, फिर कांग्रेस भी मैदान में कूद पड़ी. मामले ने तूल पकड़ा और बीजेपी सरकार को अपना आदेश वापस लेना पड़ा. सीएम शिवराज भी इस बढ़ते मामले को भांप गए. सरकार फिलहाल ऐसा कोई खतरा मोल नहीं लेगी. जिससे उसके वोट बैक को नुकसान हो. विंध्य में बीजेपी को अच्छी खासी सीटें मिली हैं. इस वक्त जब अगले साल के आखिर में विधानसभा चुनाव हैं तो शिवराज सिंह ने बिना देर किए फौरन ट्वीट कर खनन पर रोक लगा दी.

  • कांग्रेस इस पर चुप नहीं बैठेगी , जन आस्थाओं के विरोधी इस निर्णय के विरोध में हम सड़क से सदन तक लड़ाई लड़ेंगे और भगवान श्री राम की यादों से जुड़े इस पहाड़ को नष्ट व ख़त्म नहीं होने देंगे।

    — Kamal Nath (@OfficeOfKNath) August 31, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

Siddha Pahad Mining सीएम शिवराज का बड़ा फैसला, सिद्धा पहाड़ पर नहीं होगा खनन, कांग्रेस बोली सत्य की जीत हुई

अब विधायक नारायण त्रिपाठी करेंगे करेंगे पदयात्रा : खनन पर रोक लगाने के बाद भी बीजेपी विधायक नारायण त्रिपाठी पूरे देश के साधु -संतो से गुजारिश कर रहे हैं कि 27 सितंबर से वे पदयात्रा कर रहे हैं. 30 सितंबर को साधु- संतो का समागम भी कराने जा रहे हैं , जिसमें ये मांग रखी जाएगी कि चित्रकूट से लगे इस पहाड़ को धरोहर के रूप में संरक्षित किया जाए .

Last Updated : Sep 2, 2022, 6:43 PM IST
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