भोपाल। कोरोना से भले ही लोगों को राहत मिली हो, लेकिन सर्दी-खांसी और जुकाम के मरीजों की संख्या में पिछले दिनों की अपेक्षा 20 फीसदी का इजाफा हुआ है. इसी कारण अस्पतालों में इन दिनों भीड़ बढ़ने लगी है. 10 दिन पहले तक प्रदेश के अस्पतालों में करीब 900 मरीज पहुंच रहे थे. लेकिन अब अस्पतालों में ओपीडी में करीब 1200 लोग हर दिन पहुंच रहे हैं.
भोपाल में वायरल की मरीजों संख्या लगातार बढ़ रही है. 18 जुलाई को जेपी अस्पताल में जेपी हाॅस्पिटल में सर्दी, खांखी और हल्के बुखार के 396 के मरीज, 19 जुलाई को 1085 मरीज, 20 जुलाई को 1207 मरीज, 21 जुलाई को 1275 मरीज, 22 जुलाई को 1305 मरीज और 24 जुलाई को ऐसे 1385 मरीज अस्पताल पहुंचे थे. जेपी हाॅस्पिटल जैसा हाल ही हमीदिया अस्पताल का भी है. 18 जुलाई को हमीदिया हाॅस्पिटल की ओपीडी में सर्दी, खांसी, बुखार के 553 मरीज, 19 जुलाई को 1349 मरीज, 20 जुलाई को 1364, 21 जुलाई को 1358, 22 जुलाई को 1449 और 24 जुलाई को 1409 मरीज अस्पताल पहुंचे.
संदिग्ध मरीजों का कराया जा रहा कोरोना टेस्ट
जेपी अस्पताल के सिविल सर्जन राकेश श्रीवास्तव के मुताबिक अस्पताल आने वाले मरीजों में अधिकांश मौसमी बीमारियों से पीड़ित है. इनमें सर्दी, खांसी, गले में खराश, बुखार, दस्त और बार-बार पेट खराब होने के लक्षण देखे जा रहे हैं. डॉक्टर श्रीवास्तव ने बताया कि अधिकांश मरीज हल्के बुखार से पीड़ित हैं. लक्षणों के आधार पर मरीजों का कोरोना टेस्ट भी करवाया जा रहा है.
डेंगू के मामले भी आ रहे सामने
राजधानी भोपाल में वायरल बुखार के अलावा डेंगू के पाॅजीटिव मामले भी सामने आ रहे हैं. जुलाई में शहर में डेंगू के पांच मामले सामने आ चुके हैं. जिला मलेरिया अधिकारी डाॅ. अखिलेश दुबे के मुताबिक हाल ही में दो मरीजों के भी सैंपल पाॅजिटिव आए हैं. भोपाल में इस साल अभी तक डेंगू के 25 मामले सामने आ चुके हैं.
कोरोना के बाद अब डेंगू का कहर, अब तक 7 मरीजों में डेंगू की पुष्टि
कैसे करें बीमारियों से बचाव?
डॉक्टर्स के मुताबिक कोरोना और डेंगू के लक्षणों में काफी समानता होती है. अगर बुखार के साथ शरीर पर चकते, मांसपेशियों में दर्द हो, तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें. बाहर के खान-पान से बचें, पानी को उबालकर इस्तेमाल करें, घरों में और घरों के आसपास पानी इकट्ठा न होने दें. बच्चों को ऐसे कपड़े पहनाएं जिसमें मच्छर काटने का डर न हो.